Lucknow News: BBAU में गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम : GeM पोर्टल के कार्यप्रणाली पर हुई चर्चा
Lucknow News: राजधानी के बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में सोमवार को गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस और ई-प्रोक्योरमेंट विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजित किया गया।;
Lucknow News: राजधानी के बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में सोमवार को गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस और ई-प्रोक्योरमेंट विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजित किया गया। इस खास मौके पर प्रमुख वक्ता डॉ. अनुराग बी सिंह ने GeM पोर्टल के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि GeM का उद्देश्य सरकारी संस्थानों और विभागों के लिए एक समर्पित ई-बाजार बनाना है। जिससे सार्वजनिक खरीद में पारदर्शिता, दक्षता और गति में सुधार हो सके।
डॉ. अनुराग बी सिंह ने GeM पोर्टल के कार्यप्रणाली, रिवर्स ई-नीलामी, मांग एकत्रीकरण के उपकरणों के बारे में भी बताया और इस पोर्टल के माध्यम से सरकारी खरीदारी में सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त करने के तरीकों पर प्रकाश डाला।
समाज में सार्वजनिक संसाधनों की दक्षता में वृद्धि पर जोर
डॉ आरके साहू ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह कार्यक्रम वर्तमान में बहुत प्रासंगिक है। क्योंकि सार्वजनिक खरीद देशभर के करदाताओं के पैसों का एक बड़ा हिस्सा खर्च करती है। उन्होंने बताया कि सरकारों से उम्मीद की जाती है कि वे सार्वजनिक संसाधनों के कुशल और पारदर्शी तरीके से उपयोग को सुनिश्चित करें।
प्रतिष्ठित संस्थाओं के अधिकारियों की भागीदारी
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय संस्थान जैसे NIPER रायबरेली और बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियोसाइंसेस लखनऊ के अधिकारियों के अलावा अन्य प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थाओं के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इस अवसर पर प्रो. राम चंद्रा (आइक्यूएसी डायरेक्टर) और डॉ अजय कुमार मोहंती ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसके द्विवेदी ने किया। तो वहीं उद्घाटन समारोह में कुलसचिव प्रो. यूवी किरण, मुख्य वक्ता डॉ. अनुराग बी. सिंह, प्रो. शिशिर कुमार (डायरेक्टर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल), डॉ. आरके साहू (डिप्टी रजिस्ट्रार) और अन्य अतिथि भी उपस्थित रहे। दीप प्रज्वलन और बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके बाद अतिथियों और शिक्षकों को स्मृति चिन्ह और पुष्पगुच्छ भेंट किए गए।