Lucknow News: स्पेस एजुकेशन का हब बनेगा यूपी, एलयू व एकेटीयू के शिक्षक बनेंगे मेंटोर
Lucknow News: प्रोफेसर राजीव मनोहर ने प्रस्तुतीकरण के दौरान कहा कि प्रथम चरण में एलयू व एकेटीयू से दस-दस शिक्षक और केएमसी भाषा विवि से पांच शिक्षक मेंटर बनाए जाएंगे। साथ ही शहर के 10 माध्यमिक विद्यालयों से प्रति विद्यालय पांच शिक्षक मेंटर बनाए जाएंगे।
Lucknow News: प्रदेश को अंतरिक्ष ज्ञान का हब बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए अंतरिक्ष विज्ञान शिक्षा संवर्धन कार्यक्रम ‘आविष्कार’ को बढ़ावा दिया जाएगा। जिसकी रूपरेखा तय करने के लिए राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। यहां एकेटीयू कुलपति प्रो. जेपी पांडेय, एलयू प्रति कुलपति प्रो. मनुका खन्ना, कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह और भाषा विवि के कुलपति प्रो. एनबी सिंह ने अपने विचार रखे।
विद्यार्थियों के लिए शुरू होगा अंतरिक्ष संवर्धन कार्यक्रम
एलयू के प्रो. राजीव मनोहर ने कार्यक्रम से फायदा पहुंचाने के लिए एक प्रस्तुतीकरण दिया। एलयू प्रोफेसर ने अपने प्रस्तुतीकरण में बताया कि यूपी को स्पेस एजुकेशन का हब बनाने के लिए विद्यार्थियों को भारत सरकार और इसरो की ओर से चलाए जा रहे अंतरिक्ष कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी। प्रोफेसर राजीव मनोहर ने प्रस्तुतीकरण के दौरान कहा कि प्रथम चरण में एलयू व एकेटीयू से दस-दस शिक्षक और केएमसी भाषा विवि से पांच शिक्षक मेंटर बनाए जाएंगे। साथ ही शहर के 10 माध्यमिक विद्यालयों से प्रति विद्यालय पांच शिक्षक मेंटोर बनाए जाएंगे। इस तरह विश्वविद्यालय स्तर पर 25 और माध्यमिक विद्यालय स्तर पर 50 शिक्षक मेंटोर होंगे। उन्होंने बताया कि हर शिक्षक 20 विद्यार्थियों को ट्रेनिंग देंगे। जिसका कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। बैठक में अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार, सुधीर एम. बोबडे, माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर निदेशक भगवती सिंह समेत कई अन्य उपस्थित रहे।
15 जुलाई को विद्यार्थियों का होगा टेस्ट
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बैठक में कहा कि कार्यक्रम के लिए एक सशक्त मॉडल तैयार कर जल्द कार्य शुरू किया जाए। उन्होंने शुरूआती स्तर पर कार्यक्रम में प्रतिभागिता के लिए विद्यार्थियों का चयन टेस्ट के जरिए करने का निर्देश दिया। राज्यपाल ने टेस्ट के लिए 15 जुलाई की तिथि तय कर दी है। जिसका रिजल्ट दो दिन के भीतर घोषित करने का निर्देश दिया। विद्यार्थियों का चयन टेस्ट रिजल्ट की मेरिट के अनुसार कर 22 जुलाई से कार्यक्रम शुरू करने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने निर्देश दिया कि मेंटोर शिक्षकों की ट्रेनिंग दो और तीन जुलाई को लखनऊ विश्वविद्यालय में कराई जाएगी।