Lucknow News: यूपी के युवा ने किया कमाल, कश्मीरी केसर को एरोफोनिक तकनीक से बिना मिट्टी के उगा दिया

Lucknow News: हेमंत ने अपनी मेहनत और नवाचार से लखनऊ के गोमतीनगर में एक वातानुकूलित हॉल में केसर उगाने में सफलता हासिल की है, और अब उनकी पहली फसल तैयार होने वाली है।

Newstrack :  Network
Update:2024-11-12 13:21 IST

युवक ने कश्मीरी केसर को एरोफोनिक तकनीक से बिना मिट्टी के उगा दिया  (फोटो: सोशल मीडिया )

Lucknow News: लखनऊ के एक युवा, हेमंत श्रीवास्तव ने कश्मीर के मशहूर केसर को बिना मिट्टी और पानी के एरोफोनिक तकनीक से उगाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। आमतौर पर, केसर की खेती केवल कश्मीर के ठंडे और विशेष प्रकार की मिट्टी वाले इलाकों में ही संभव मानी जाती है। लेकिन, हेमंत ने अपनी मेहनत और नवाचार से लखनऊ के गोमतीनगर में एक वातानुकूलित हॉल में केसर उगाने में सफलता हासिल की है, और अब उनकी पहली फसल तैयार होने वाली है।

हेमंत का कहना है कि जब उन्होंने अमेरिका में अपनी नौकरी छोड़ी, तो वे कुछ नया और अलग करने के बारे में सोच रहे थे। इंटरनेट पर केसर की खेती के बारे में वीडियो देखने के बाद उन्हें यह विचार आया। चूंकि लखनऊ में उपयुक्त ज़मीन नहीं थी, उन्होंने तय किया कि घर के अंदर ही इसे उगाया जाए। एरोफोनिक तकनीक, जिसमें बिना मिट्टी और पानी के पौधों की खेती होती है, और वर्टिकल फार्मिंग, जिसमें कम जगह में अधिक पौधे लगाए जाते हैं, इन दोनों तकनीकों का उपयोग करके वे केसर उगा रहे हैं।

ग्रो लाइट के माध्यम से केसर के पौधों का विकास

हेमंत ने बताया कि उन्होंने कश्मीर जाकर वहां के किसानों से इस खेती के बारे में बातचीत की और समझा कि वे भी इस प्रयास में सफल हो सकते हैं। इसके बाद उन्होंने घर के दो कमरों को जोड़कर एक हॉल तैयार किया। इस हॉल में कंट्रोल वातावरण में, ग्रो लाइट के माध्यम से केसर के पौधों का विकास किया जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया के लिए हेमंत ने लगभग 7 से 10 लाख रुपये की लागत से शुरुआत की थी। अब उनकी पहली फसल तैयार होने के करीब है, और उन्होंने यह प्रयोग सफलतापूर्वक पूरा किया है।


पैमाने पर फैलाने की योजना

यह प्रयोग कश्मीर के केसर की खेती से बहुत अलग है, क्योंकि वहां पर अब यह खेती प्रतिबंधित हो गई है। हालांकि, दिल्ली और हरियाणा में भी कुछ लोग इसे सफलतापूर्वक उगा रहे हैं। हेमंत का मानना है कि यह उनकी पहली सफलता है, और वे इसे बड़े पैमाने पर फैलाने की योजना बना रहे हैं।



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