Auraiya News: राज्यपाल ने ओल्ड एज होम पहुंचकर वृद्धजनों का हालचाल जाना, युवा पीढ़ी से की खास अपील
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने आज औरेया में ओल्ड एज होम में जाकर वृद्धजनों का हालचाल जाना व गेल के कैंपस में पेड़ भी लगाए।
Auraiya News:उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का कहना है कि बुढ़ापा जीवन का सत्य है। जीवन के इस पड़ाव में अपने ही सहारा बनते हैं। माता-पिता इसीलिए बच्चों को पढ़ाते और जीवन जीने की सही राह दिखाते हैं ताकि वह परिवार और समाज के मददगार बनें लेकिन, वृद्धावस्था में कुछ नासमझ बच्चे बड़े होने के बाद राह भटक जाते हैं। जिस कारण बुढ़े माता-पिता को इधर-उधर भटकना पड़ता है। उनकी पीड़ा को समझना चाहिए। बुढ़ापे की लाठी कोई बोझ नहीं होती, जरूरत सकारात्मक विचारों की है।
उक्त बातें उन्होंने गुरुवार को औरैया में राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित आनेपुर माधव हैप्पी ओल्ड एज होम में वृद्धजनों से मुलाकात के दौरान अपने सम्बोधन में कही। उन्होंने कहा कि आज का दौर पूरी तरह से बदल चुका है। युवाओं में मानवीय गुणों का समावेश होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने वृद्धजन से वार्ता कर समस्याएं भी जानीं। उन्होंने सुविधा के लिए वाशिंग मशीन, फ्रिज व सिलाई मशीन भेंट कीं। वृद्धजनों द्वारा राज्यपाल महोदया के आने खुशी में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
करीब 20 मिनट रुकने के बाद राज्यपाल गैस अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड (गेल) के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई। यहां उन्होंने टीबी मरीजों से मुलाकात करने के साथ ही स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से नारी सशक्तीकरण पर बातचीत की। उन्होंने टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेने के विषय में सीएमओ डॉ अर्चना श्रीवास्तव से जानकारी प्राप्त की जिस पर सीएमओ ने बताया कि 1 अप्रैल 2021 से 27 जुलाई 2021 तक कुल 61 टीबी रोगियों को गोद लिया गया है जिसमें जायंट्स ग्रुप ऑफ़ औरैया द्वारा 20, संवेदना ग्रुप औरैया द्वारा 10, आईएमए द्वारा पांच एवं जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा 26 बच्चे को गोद लिया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि जनपद में अभियान चलाकर टीबी से ग्रसित बच्चों को चिन्हित कर गोद लिया जाए। अधिकारियों, डॉक्टरों, एनजीओ एवं गेल एनटीपीसी जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा बच्चों को गोद लिया जाए और उनके पालन पोषण व शिक्षा की व्यवस्था की जाये। उन्होंने कहा कि 2024 तक देश को टीबी मुक्त करना है जिस तरह से हम लोगों ने देश को पोलियो मुक्त किया है उसी तरह टीबी से भी मुक्त किया जाए इसके अलावा उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने हेतु औरैया फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, कृषक संजीवनी बायो एनर्जी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, पीडीआरजी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड आदि कृषक उत्पादन संगठनों से बात की।
उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी ली। यहां पर उन्होंने कहा कि जो किसान जैविक खेती के उत्पाद तैयार करते हैं उन्हें मंडी में उचित स्थान दिया जाए जिससे कि किसान अपना उत्पाद अधिक से अधिक ग्राहकों को बेच सकें और अधिक से अधिक लोग जैविक खेती के उत्पाद खरीद सके और उनका इस्तेमाल कर सके। जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए सरकार के द्वारा जो योजनाएं संचालित की जा रही हैं उनका बैंकों के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचाया जाए जिलाधिकारी बैंक अधिकारियों के साथ बैठक कर सुनिश्चित करें कि किसानों के द्वारा जो आवेदन प्राप्त हो उन्हें जल्द से जल्द विचार कर उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जाए।
बैंको के द्वारा किसानों को बिना भटकायें ऋण सम्बन्धी योजनाओं का लाभ दिया जाये। कार्यक्रम से पहले उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूह के द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कार्यक्रम के उपरांत उन्होंने 5 बच्चियों आशी, अनुष्का, साक्षी, यशा, वंशिका को पोषण किट वितरित की। इस दौरान उन्होंने दो आयुष्मान योजना के लाभार्थी मिश्रीपुर की सुमन और देहगांव के अशोक को गोल्डन कार्ड दिये। गेल परिसर में राज्यपाल द्वारा एक पौधा भी लगाया गया।
राज्यपाल के स्वागत में कई भाजपा नेता मौजूद रहें
राज्यपाल के स्वागत में एवं कार्यक्रम के दौरान माननीय कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत, जिला पंचायत अध्यक्ष कमल दोहरे, भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीराम मिश्रा व अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। डीएम सुनील कुमार वर्मा व एसपी अपर्णा गौतम समेत क्षेत्राधिकारी ने पूरी व्यवस्था की कमान संभाली। राज्यपाल के प्रोटोकॉल के मद्देनजर कानपुर देहात व औरैया पुलिस अलर्ट मोड पर रही। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से करीब 20 मिनट पहले राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस ने गश्त बढ़ा दी थी। रूट मैप के अनुसार पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी की तैनाती रही और कार्यक्रम स्थल से 200 मीटर की सीमा पर पुलिस का सख्त पहरा रहा। कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के पहचान पत्र जांचे गए।