Etawah News: चंबल ने धारण किया रौद्र रूप, खतरे के निशान को किया पार
इटावा में भारी बारिश के चलते कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है।
Etawah News: उत्तर प्रदेश के इटावा में भारी बारिश के चलते कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है। इससे नदी के किनारे बसे कई गावों के नजदीक पानी आ चुका है। बाढ़ के हालात को देखते हुए मंगलवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर सदर एसडीएम सिद्धार्थ सिंह द्वारा अपनी टीम के साथ बढ़पुरा के उदी क्षेत्र के नदी के किनारे वसे प्रभावित गांवों मडैया पछांयगाव, ग्राम बसवारा, मडैया बढ़पुरा आदि का दौरा कर निरीक्षण किया। इस दौरान सदर एसडीएम ने नदी का पानी गांव के नजदीक देखकर निचले इलाकों के लोगों को घर खाली कर जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचने को कहा है।
उन्होंने बताया कि नदी का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है। रात तक पानी घरों में घुस सकता है। इसको लेकर विस्थापित लोगों के लिए स्कूल कैंप इत्यादि में रहने की व्यवस्था की जा रही है। एसडीएम सदर सिद्धार्थ सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि चंबल नदी में कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है। प्रभावित इलाकों के लिए सदर तहसील क्षेत्र में 9 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। जिन पर सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट जारी कर दिए गए हैं।
उनको निर्देशित किया गया है कि जो बड़े बांध हैं उनसे निरतंर संपर्क में रहे जैसे ही नदी का जलस्तर हाईअलर्ट लेवल पर पहुंचे तो तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें। साथ ही प्रभावित निचले इलाकों के लोगों को घरों को खाली कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचने को कहा गया है। इसके अलावा पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को कहा गया है। वहीं केंद्रीय जल आयोग के उदी चंबल स्थल प्रभारी शहजादे खां ने बताया कि चंबल नदी का जल स्तर दोपहर 12 बजे 120.38 के बाद शाम 4 बजे का जलस्तर 121.38 सेंटीमीटर नापा गया है। और नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलेक्टर रितु प्रिया, तहसीलदार सदर गजराज सिंह, खंड विकास अधिकारी बढ़पुरा शौकत अली, एडीओ पंचायत आईएसबी अखिलेश यादव, लेखपाल महेश बाबू आदि मौजूद रहे।