Etawah News: स्वास्थ्य विभाग का बड़ा एक्शन, रघुकुल हॉस्पिटल का लाइसेंस सस्पेंड

स्वास्थ्य विभाग ने शहर केनिजी रघुकुल अस्पताल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उसका लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है।

Report :  Uvaish Choudhari
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-07-16 14:35 GMT

रघुकुल हॉस्पिटल (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Etawah News: स्वास्थ्य विभाग ने शहर के रेलवे स्टेशन के पास स्थित निजी रघुकुल अस्पताल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उसका लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है। पीड़ितों के मुताबिक डॉक्टरों की लापरवाही के कारण प्रसूता की मौत हो जाने पर परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था। इस दौरान अस्पताल के स्टाफ पर मरीज के परिजनों के साथ मारपीट का भी आरोप लगा था। मामले में गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है, साथ ही यहां भर्ती मरीजों को जिला अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है जांच में अस्पताल की कमी पाए जाने पर लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।

बता दें कि सोमवार को एक गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहाँ महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया था। मंगलवार को इलाज के दौरान महिला की हालत बिगड़ने पर अस्पताल स्टाफ ने उसे सैफई रेफर कर दिया था। परिजनों का आरोप है कि महिला की मौत के बाद उसे रेफर किया गया। इसके बाद उन्होंने जमकर हंगामा किया था।


अस्पताल स्टॉप पर पीड़ितजनों को पीटने का भी आरोप लगा था। देर रात हुए उपद्रव के बाद पीड़ित परिवार ने स्वास्थ्य विभाग से मामले की शिकायत की थी। गुरुवार को डिप्टी सीएमओ डॉ. अवधेश कुमार अपनी टीम के साथ जांच के लिए रघुकुल अस्पताल पहुंचे थे। जहां मौके पर अस्पताल में कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर नहीं पाया गया। केवल एक बीएमएस डॉक्टर मौजूद था ऐसे में उन्होंने यहां भर्ती मरीजों को जिला अस्पताल शिफ्ट कराया। इसके बाद अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करते हुए उसे बंद करा दिया गया।

डिप्टी सीएमओ डॉ. अवधेश ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है जो लोग भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। यदि अस्पताल स्टाफ की कमी पाई गई तो निश्चित तौर पर अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। बता दें कि इस मामले में तीमारदार द्वारा किए जा रहे विवाद के दौरान पुलिस ने पीड़ित परिवार के लोगों को भी पीटा था। साथ ही कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया था। इससे पहले भी अस्पताल में कुछ मरीजों की मौत के बाद हंगामा हो चुका था। बताते चलें इससे पूर्व में इसी अस्पताल में लापरवाही के चलते कई मौतें हो चुकी हैं। लेकिन अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत के चलते इससे पहले कभी कोई कार्यवाही नही हुई थी।


सीएमओ बोले, जांच के बाद होगी दोषियों पर कड़ी कार्यवाही

मंगलवार को रेलवे स्टेशन बजरिया के एक निजी अस्पताल में महिला की मौत के बाद हंगामे की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर डिप्टी सीएमओ को जांच सौंपी गई थी। इस मामले में प्रथम दृष्टया अस्पताल द्वारा की गई लापरवाही पर लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर अस्पताल का लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा। 

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