Farrukhabad News: बिना वैक्सीन लगवाए सफल टीकाकरण का प्रमाण पत्र हुआ जारी
Farrukhabad News: फर्रुखाबाद में कोरोना टीकाकरण के दौरान जहां वैक्सीन की कमी की वजह से अभियान गति नहीं पकड़ पा रहा है।
Farrukhabad News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फर्रुखाबाद (Farrukhabad ) में कोरोना टीकाकरण (corona vaccination) के दौरान जहां वैक्सीन की कमी की वजह से अभियान गति नहीं पकड़ पा रहा है, वहीं ऑनलाइन पंजीकरण के बाद कागज पर ही टीका लगाने की प्रक्रिया पूरी कर ली जा रही है। चाहे 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के हों या फिर इससे अधिक उम्र के बड़े-बुजुर्ग।
टीका उत्सव के बीच पंजीकरण कराने के बाद शहर के कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें वैक्सीन की डोज दिए बिना ही टीका लगवाने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। ऐसे लोगों ने कोविड पोर्टल से लेकर वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी संभालने वाले अफसरों तक से शिकायत की है, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। ताजा मामला फर्रुखाबाद का है ।
बिना वैक्सीन लगे जारी हो गया प्रमाण पत्र
शहर में ऐसे दर्जनों लोग हैं जिन्हें वैक्सीन लगी ही नहीं, लेकिन उन्हें टीकाकरण कराने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। फर्रुखाबाद की रकाबगंज निवासी पल्लवी तिवारी ने टीकाकरण के लिए 14 जुलाई को पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। 16 जुलाई को रकाबगंज प्रथमिक स्वस्थ केंद फर्रुखाबाद में दोपहर एक से तीन बजे के बीच उनको वैक्सीन की डोज लगाने के लिए शेड्यूल निर्धारित किया गया।
बिना कोरोना टीका लगवाए सफल वैक्सीनेशन का संदेश आया
इस बीच पालवी तिवारी निर्धारित समय पर वैक्सीन की डोज लेने के लिए अस्पताल पहुंची। पालवी तिवारी को वैक्सीन न होने की वजह बताकर वापस घर भेज दिया गया। पल्लवी तिवारी के पैर के नीचे से जमीन तब खिसक गई, जब उसी दिन शाम को उनके मोबाइल पर टीकाकरण सफल होने का संदेश आ गया।
कुछ देर बाद ही उनको टीकाकरण कराने का सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया। अब वह बिना वैक्सीन लगवाए सर्टिफिकेट लिए घूम रही हैं। दूसरे दिन वहां जाने पर उनको बताया गया कि उन्हें वैक्सीन लग चुकी है, तो वह हैरान रह गए।
सीएमओ ने मामले को पोर्टल की गड़बड़ी बताया
वही इस मामले में जब सीएमओ सुरेश चन्द्रा से बात की गयी तो उन्होंने बताया की वैक्सीन की डोज लगने से पहले ही सर्टिफिकेट जारी होने की शिकायतें मिली हैं। यह पोर्टल की गड़बड़ी से हो सकता है। ऐसा कैसे हुआ, इसका पता लगाया जा रहा है। फिलहाल इसका उपाय यही है कि जिनके साथ ऐसा हुआ है, वह दूसरी आईडी से फिर अपनी बुकिंग करा लें, ताकि उन्हें टीका लग सके।