फर्रुखाबाद में गंगा खतरे के निशान से पार, लोगों की बढ़ी मुश्किलें, सड़कों पर भरा पानी

Farrukhabad News : फर्रुखाबाद में उफान पर आई गंगा और रामगंगा ने तराई क्षेत्र के बासिदों की चिंता को बढ़ा दिया है।

Report :  Dilip Katiyar
Published By :  Shraddha
Update: 2021-07-25 09:43 GMT

गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा चेतावनी बिंदु से पार

Farrukhabad News : फर्रुखाबाद (Farrukhabad) में बीते दिन से अचानक उफान पर आई गंगा और रामगंगा (Ramganga) ने तराई क्षेत्र के बासिदों की चिंता को बढ़ा दिया है। शनिवार को गंगा का जल स्तर 136.35 पर था लेकिन देखते ही देखते रविवार को गंगा (Ganga) का जल स्तर 35 सेंटीमीटर बढ़ गया। गंगा चेतावनी बिंदु को पार कर 136.70 चेतावनी बिंदु को पार कर 15 सेंटीमीटर बहाने लगी है। गंगा का चेतावनी बिंदु 136.60 पर दर्ज है। वहीं रामगंगा भी बीते शनिवार को उफान मार गयी। बीते दिन रामगंगा का जल स्तर 134.65 था जो बढ़कर 135.50 पर पंहुच गया।

बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। संपर्क मार्गो पर कई फिट पानी बहने से लोगों का नाव ही सहारा है। गंगा व रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से ब्लोक शमसाबाद के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं। वहीं जैतपुर गांव में पानी पूरी तरह से भर गया है जिसके कारण ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन का कोई नुमाइंदा अभी तक गांव का हाल लेने नहीं आया न ही जनप्रतिनिधि सांसद, विधायक हम गरीबो की मदद के लिए नहीं पंहुचा वोट मांगने के समय सभी आ जाते हमारे जानवर पानी में भूख से पानी में बंधे तड़प रहे। चारे की कोई व्यवस्था नहीं है।

गांव बाढ़ की चपेट में आ गए 

गंगा नदी का जलस्तर जिस तेजी के साथ बढ़ रहा है उससे एक ओर जहां लोगों की मुश्किल बढ़ी है तो वहीं रामगंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से लोगों की धुकधुकी बढ़ी है। क्योंकि गंगापार में यदि दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा तो भारी तबाही हो सकती है। दोनों ही नदियां अब वेग में आ रही हैं।

रामगंगा किनारे बसे कोलासोता, महोलिया, नहरैया, निसवी, खरगपुर समेत कई गांव में लोग दहशत में रात रात भर जागने को मजबूर हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी क्षेत्रों में सक्रियता नहीं बढ़ाई गई है। इससे लोगों के सामने मुसीबत बढ़ सकती है। रविवार को नरौरा बांध से 59881 क्यूसेक हरिद्वार से 84187 बिजनौर से 61234 क्यूसेक ,व रामगंगा में 7795 क्यूसेक पानी छोड़ा गया| जिससे जल स्तर और बढने की सम्भावना है। फिलहाल गंगा रामगंगा में उफान से तराई क्षेत्र के कई गांव बाढ़ की जद में हैं। 

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