Kannauj News: भारी बारिश से हजारों बीघे की फसल चौपट, ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार

भारी बारिश के कारण किसानों के हजारों बीघे के धान का फसल चौपट हो गया है। किसान कहते है कि इस विपदा में सरकार से अब तक कई मदद नहीं पहुंची है।

Published By :  Deepak Raj
Update:2021-08-02 16:37 IST

बाढ़ के कारण फसल हुआ चौपट

Kannauj News: यूपी के कन्नौज जिले के ठठिया इलाके के औसेर क्षेत्र के करीब 16 गांव में हुई भारी बारिश से सैकड़ों किसानों की करीब चार हजार बीघा में रोपी गई धान व मक्का की फसलें जलमग्न होकर बर्बाद हो गई है। खेतों में करीब तीन फीट तक पानी भरा हुआ है। इन गांव के सम्पर्क मार्ग भी पानी के कटान से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिससे लोगों को आने-जाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अपने फसलों की बर्बादी से सैकड़ो किसान परेशान घूम रहे हैं।


प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो-सोशल मीडिया)


ठठिया थाना क्षेत्र के औसेर इलाके के गांव बंसरा, कुढ़री, कुंवरभोज, मधेपुर, रामपुर, लक्ष्मणपुर, सिमरिया, जुर्रापुर्वा, रकसहिया, पुरईपुर्वा, गंभीरपुर्वा, लक्ष्मीपुर, नयापुर्वा, तारनपुर्वा, रामहार व लिधुरा गांव के सैकड़ों किसानों ने करीब चार हजार बीघे में धान व मक्का की फसलें अपने खेतों में बोई थी। औसेर में ही पाण्डव नदी भी इन निकटवर्ती गांव से होकर निकली है। तीन दिनों पहले हुई भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया।

पाण्डव नदी के कटान से भी इन गांव के खेतों में पानी आ गया

उधर पाण्डव नदी के कटान से भी इन गांव के खेतों में पानी आ गया। जिससे किसानों की फसले डूब गई। आसपास के सम्पर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गए। कल भी इस गांव में भारी बारिश हुई। जिससे करीब तीन फीट तक पानी किसानों के खेतों में भर गया। अपनी फसलों की बर्बादी को लेकर किसान चिन्तित है। शासन व प्रशासन की ओर मदद के लिए नजर लगाए हैं।

हजारों बीघा का फसल हुआ नष्ट

कई किसानों ने बताया कि उनकी इस गंभीर समस्या को लेकर जिले का कोई भी अधिकारी उनके क्षेत्र में फसलों की बर्बादी को देखने नहीं आया है। किसानों ने बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है। वहीं ग्रामीण उमेश कुमार ने बताया कि बंसरा गांव में उनकी 10 बीघा खेत है। इसमे उसने धान की फसल रोपी थी। भारी बारिश से उसके खेतों में पानी भर गया। पूरी फसल डूबकर बर्बाद हो गई। सम्पर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गए। जिले का कोई अफसर उनकी परेशानियों को देखने नहीं आया।

वहीं ग्रामीण अद्दू ने बताया कि उनका गांव में ही 15 बीघा खेत है। जिसमें उन्होने मक्के की फसल बोई थी। भारी बारिश व पाण्डव नदी के कटान से उसके खेतों में पानी भर गया। जिससे पूरी फसल बर्बाद हो गई। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है। वहीं औसेर गांव के ही निवासी राजकुमार ने बताया कि उनका 10 बीघा का खेत सिमरिया गांव में है। जिसमें उन्होंने धान के फसल की रोपाई की थी। भारी बारिश के चलते उनकी फसल डूबकर बर्बाद हो गई।

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