Kanpur Dehat Crime News: वीडियो देखते ही बदल गई कानपुर देहात वाली घटना की तस्वीर, जानिए क्या है पूरा सच
Kanpur Dehat Crime News: सोशल मीडिया पर लोग दरोगा पक्ष में खड़े हो गए हैं और दरोगा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की मांग कर रहे हैं।
Kanpur Dehat Crime News: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में आरोपियों को पकड़ने गए दरोगा और एक महिला के बीच मारपीट हो गई। इस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिस वीडियो में दिख रहा है कि दरोगा महिला को पटकर मार रहा है। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फुट फड़ा।
सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस को जवाब देते नहीं बन रहा था। ज्यादा बवाल मचने के बाद एसपी ने दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया। लेकिन अब इस मामले का पूरा वीडियो सामने आ गया है जिसमें सच्चाई कुछ और ही निकली। अब सोशल मीडिया पर लोग दरोगा पक्ष में खड़े हो गए हैं और दरोगा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की मांग कर रहे हैं।
दरअसल आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर महिलाओं ने हमला कर दिया। एक युवक को पकड़ता देख महिलाओं ने घेरकर पुलिस पर हमला किया। इसके बाद मौका पाकर आरोपी शिवम फरार हो गया। इस हमले में चौकी इंचार्ज पुखरायां महेंद्र पटेल घायल हो गए और उनके हाथ में चोट लगी थी। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुखरायां में भर्ती कराया गया था। यह पूरा मामला भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के दुर्गदासपुर गांव का है। इस घटना के कुछ ही सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दोनों तरफ से एक दूसरे पर आरोप लगाए गए। लेकिन जब घटना का पूरी वीडियो सामने आया तो सच्चाई कुछ और ही निकली।
जब पूरा वीडियो सामने आया तो पता चला कि महिला ने दरोगा को काॅलर पकड़ नीचे गिरा देती है और मारपीट करने लगती है। दरोगा द्वारा छुड़ाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन महिला नहीं छोड़ रही है। वहां मौजूद महिला और एक पुरुष दोनों को अलग किया।
गौरतलब है कि दुर्गदासपुर गांव के रहने वाले वीरेंद्र सिंह के घर सात जून को चोरी की घटना हुई थी। उन्होंने इस घटना की थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। चोरी का आरोप सुरजीत सिंह पर लगा था जिसकी तलाश पुलिस कर रही थी। पुलिस को सूचना मिली की कि आरोपी सुरजीत गांव में ही है। सूचना मिलते ही चौकी इंचार्ज महेंद्र सिंह पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे।
पुलिस ने रास्ते में जुआरियों के जुआं खेलते देख गाड़ी रोक ली, लेकिन सभी फरार हो गए। लेकिन चौकी इंचार्ज ने शिवम यादव को पकड़ लिया। शिवम को जीप में बैठाता देख उसकी मां और दूसरी महिलाएं पुलिस से लड़ाई शुरू कर दीं। दरोगा महेंद्र सिंह और महिला मारपीट होने लगी। इस बीच शिवम यादव फरार हो गया। गांव के ही एक शख्स ने महिलाओं और पुलिस के बीच बचाव किया। दोनों पक्षों की तरफ से वीडियो बना लिया गया।
एक महिला ने आरोप लगाया है कि चौकी इंचार्ज उसके परिवार से कई दिनों से पैसे मांग रहे थे। मांग पूरी नहीं होने की वजह से शिवम को बिना किसी वजह से पकड़ लिया और गाड़ी में बैठाकर लेना जाने लगे। जब हमने विरोध किया, तो महिलाओं को जमीन पर गिराकर पीटा।
तो वहीं चौकी इंचार्ज महेंद्र सिंह ने कहा कि शिवम यादव ने पंचायत चुनाव में अपने पक्ष के प्रत्याशी के लिए मतदान करने के लिए ग्रामीणों पर दबाव बना रहा था। पुलिस के मना करने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर फरार हो गया था।