Kanpur Dehat News: लेखपाल ने जबरन खेतों में खड़ी फसल के बीच की पैमाइश, कोर्ट में चल रहा अभी मामला
Kanpur Dehat News: कानपुर देहात जिले में थाना रूरा के ग्राम गहोबा चिलौली तहसील डेरापुर में लेखपाल ने जबरन खेतों में खड़ी फसल के मध्य पैमाइश की।
Kanpur Dehat News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) जिले में थाना रूरा के ग्राम गहोबा चिलौली तहसील डेरापुर में लेखपाल और सरकारी कर्मचारियों द्वारा पुलिस की मौजूदगी में कोविड-19 का हो रहा खुला उल्लंघन मौजा चिलौली परगना डेरापुर क्षेत्रीय लेखपाल नितिन बाजपेई द्वारा गांव में पंचायत लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी।
जहां दिए गए प्रार्थना पत्रों का निस्तारण किया गया साथ ही प्रार्थना पत्र के अंतर्गत गांव गहोबा के रहने वाले महेंद्र सिंह की कृषि भूमि में चकरोड का विवाद चल रहा था। क्षेत्रीय लेखपाल दिनांक 24 जुलाई दिन शनिवार को अपने टीम साथियों के साथ गांव पहुंचकर महेंद्र सिंह के खेतों में खड़ी फसल के मध्य उन्हें बिना सूचना किए विपक्षी लोगों को साथ लेकर जबरन पैमाइश कराई गई।
कोरोना नियमों का खुले किया गया उल्लघंन
जहां पुलिस बल भी मौके भी पर मौजूद रहा इस दौरान कोविड-19 का खुला उल्लंघन किया गया जबकि पूरे प्रदेश में सप्ताह के 2 दिन शनिवार रविवार को पूर्णता लॉकडाउन लागू है फिर भी सरकार के आदेशों का अनुपालन नहीं किया गया। खेतों के मध्य चकरोड का मामला सिविल जज जूनियर कोर्ट के डिविजन कानपुर देहात में विचाराधीन है।
कोर्ट के बिना आदेश के लेखपाल ने की पैमाइश
कोर्ट के बिना आदेश के लेखपाल नितिन बाजपेई द्वारा अपनी टीम लेकर जबरन खेतों पर पैमाइश की जा रही है लोगों के द्वारा बताया भी गया कि इसका मामला कचहरी में चल रहा है फिर भी अनदेखी की गई न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर दबंग लेखपाल द्वारा खुलेआम बिना सही नाप जोख किए। जिसके बाद जमीन पर गड्ढे खोदकर निशान लगा दिए गए।
खेत के मालिक ने बताया पड़ोसी काश्तकारों ने चकरोड को खेत में मिला लिया
मौके पर थाना रूरा की पुलिस बल मौजूद रही जिससे शांति व्यवस्था भंग ना हो सके। इस संबंध में खेती मालिक महेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया की मेरी खेती में पड़ोसी काश्तकारों के द्वारा चकरोड को खेत में मिला लिया गया है। मैं कानपुर नगर जिले में निवास करता हूं। जिस कारण से पूर्णता खेती की देखभाल नहीं कर पाते हैं। जिसकी कार्रवाई को प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाई गई परंतु फिर भी कोई कार्यवाही न हो सकी।
खेत मालिक ने लेखपाल और काश्तकारों की मिलीभगत का आरोप लगाया
क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा काश्तकारों की मिलीभगत निजी स्वार्थ के चलते मुझ पर ही कार्रवाई करा दी गई। जिस पर मुझे कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। दिनांक 24 जुलाई दिन शनिवार को लेखपाल के द्वारा जबरन खेत में पैमाइश कराई गई खेत के बटाईदारों को भी धमकाया गया। जिसकी सूचना थानाध्यक्ष रूरा से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया तहसीलदार के आदेशानुसार कार्य हो रहा है।
कोर्ट के आदेश की अवहेलना
सरकारी कर्मचारियों व पुलिस के द्वारा यह खुलेआम कोविड-19 का खुला उल्लंघन हो रहा है जबकि खेत के मालिक जनपद कानपुर नगर में निवास करते हैं कोविड-19 के खुला उल्लंघन एवं कोर्ट के आदेश की अवहेलना की गई। कार्रवाई की मांग की जा रही है। देखना यह है कि अब उच्चाधिकारियों द्वारा इस पर क्या कार्रवाई की जा सकेगी