Kanpur Dehat News: गलत जाति प्रमाण पत्र देकर महिला बनी ग्राम प्रधान, ग्रामीणों ने प्रशासन से की शिकायत

कानपुर देहात में एक महिला ने गलत जाति प्रमाणपत्र देकर अनुसूचित जाति सीट से चुनाव लड़कर जीती। इस बात को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है

Report :  Manoj Singh
Published By :  Deepak Raj
Update: 2021-08-01 09:52 GMT

धरना पर बैठे ग्रामीण

Kanpur Dehat News: यूपी में पंचायत चुनाव के दौरान गलत जाति प्रमाणपत्र बनावकर चुनाव जीतने का मामला प्रकाश में आया है। ग्रामीणों का आरोप है की उक्त महिला ने गलत जाति प्रमाणपत्र देकर अनुसूचित जाती के लिए आरक्षित सीट से चुनाव लड़कर जीती हैं। ग्रामीणों ने इस बात की जानकारी प्रशासन को कुछ दिन पहले दे दी है, लेकिन इस पर अभी तक कोई कार्रवाई न होता देख लोगों में आक्रोश पनपा और वे अनशन पर बैठने को मजबूर हो गए।


अनशन पर बैठे लोग और उससे संबंधित बैनर


दरअसल पूरा मामला कानपुर देहात के सिकंदरा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत लौवा का है जहां पंचायत चुनाव में अनुसूचित जाति का ग्राम प्रधान पद का आरक्षण था लेकिन लौवा गांव निवासिनी आशीष कुमार पाल की पत्नी मोहिनी देवी ने फर्जी धनगर अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र लगाते हुए नामांकन दाखिल किया और चुनाव में जीत हासिल की। लेकिन चुनाव जीतने के बाद ही अनुसूचित जाति के लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा था।

इस मामले की शिकायत उप जिलाधिकारी सिकंदरा से लेकर राष्ट्रपति महोदय तक की

अनुसूचित जाति के सागर सिंह ने इस मामले की शिकायत उप जिलाधिकारी सिकंदरा से लेकर राष्ट्रपति महोदय तक की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई दिनांक 14 जुलाई 2021 को शिकायती पत्र जिले के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को दिया लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद 23 जुलाई 2021 को जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी कानपुर देहात को सागर सिंह ने शिकायती पत्र देते हुए बताया कि 7 दिन में अगर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो मजबूरन हम अनुसूचित जाति के लोग आमरण अनशन पर बैठने को बाध्य होंगे।


शिकायत पत्र


पहले से ही निर्धारित सूचना के आधार पर आज धरने पर अनुसूचित जाति के लोगों के साथ ही भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष सुनील यादव के नेतृत्व में करीब 30 लोग आमरण अनशन पर बैठ गए और चुनाव में हुए फर्जी जाति प्रमाणपत्र का आरोप लगाया। साथ हीं सागर सिंह ने जब मोहिनी देवी जो वर्तमान प्रधान उनके मायके पक्ष से जानकारी जुटाने चाहिए तो ज्ञात हुआ मायके पक्ष तहसील करहल जनपद मैनपुरी में 1359 फ़सली खसरा के मुताबिक मोहिनी देवी के पिता औसान सिंह इनके बाबा सूबेदार सिंह और उनके परदादा नरोत्तम सिंह सभी ओबीसी के गड़रिया जाति से संबंधित हैं।

ओबीसी जाति की हैं ग्राम प्रधान

इसके बाद और जानकारी जुटाई तो मोहिनी देवी के पिता औसान सिंह वर्तमान में रेड़ापुर ग्राम पंचायत पोस्ट बमटापुर ब्लॉक बरनाहल जनपद मैनपुरी में ओबीसी सीट से चुनाव लड़े हैं। जिसके साथ आज अनशन स्थल पर पहुंचे सिकंदरा तहसीलर लखनलाल राजपूत को ज्ञापन देते हुए बताया कि फर्जी तरीके से चुनाव जीता गया है। तहसीलदार ने बताया कि महिला ने नामांकन के समय जो जाति प्रमाण पत्र लगाया है वह अपने मायके पक्ष से लगाया था।


अनशन पर बैठे ग्रामीण


आपके पास सारे साक्ष्य हैं अतः आप उनके मायके से मायके की तहसील करहल में प्रमाण पत्र निरस्त करने की रिट दायर करें, वहां से निरस्त होने के बाद मैं आपको न्याय दूंगा।बहरहाल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कानपुर देहात के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही के चलते महिला ने फर्जी तरीके से प्रधान का चुनाव जीत लिया जिसके बाद अब मामले का हुआ तो अधिकारी कैमरे के सामने बोलने को कुछ भी तैयार नहीं।

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