Piyush Jain Kanpur Raid: बेडरूम-दीवारों से 257Cr. कैश और 175 किलो सोना-चांदी, पीयूष जैन ने बताया कहां से आई ये अकूत संपत्ति

Piyush Jain Kanpur Raid: कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां हुई छापेमारी (income tax Raid) से जुड़ी कई नए चौंकाने वाली खबरें लगातार सामने आ रही हैं। इनकम टैक्स और DGGI का संयुक्त अभियान करीब 150 घंटे चला। छानबीन हुई। करीब 257 करोड़ की नकदी तथा कई किलो सोना-चांदी बरामद हुआ।

Newstrack :  Network
Written By :  aman
Update:2021-12-27 15:25 IST

Piyush Jain Kanpur Raid: कुछ समय पहले अजय देवगन अभिनीत एक फिल्म आई थी, जिसका नाम था 'रेड'। फील खूब पसंद की गई थी, बॉक्स ऑफिस कलेक्शन भी अच्छा रहा था। दरअसल, ये फिल्म बिहार के एक राजनीतिक परिवार के यहां पड़े छापे की सच्ची कहानी थी। इस फिल्म में दिखाया गया था, कि जब इनकम टैक्स ऑफिसर अवैध पैसे को खंगालते हैं तो उन्हें दीवारों, जमीन के नीचे गड़े और न जानें कहां-कहां से नकद, सोना, चांदी सब मिलता है। लेकिन, ये फिल्म था। कुछ ऐसा ही, या यूं कहें हूबहू उसी तरह कानपुर के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के यहां छापे में देखने को मिला। उनके कानपुर घर से जहां आंखें चौंधिया जानें वाली रकम दुनिया ने देखी, तो वहीं कन्नौज वाले घर की दीवारों से बड़ी मात्रा में सोना-चांदी बरामद हुए हैं।

कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain IT Raid) के यहां हुई छापेमारी से जुड़ी कई नए चौंकाने वाली खबरें लगातार सामने आ रही हैं। इनकम टैक्स और DGGI का संयुक्त अभियान करीब 150 घंटे चला। छानबीन हुई। करीब 257 करोड़ की नकदी तथा कई किलो सोना-चांदी बरामद हुआ। उसके बाद पीयूष जैन से करीब 50 घंटे चली पूछताछ के बाद गिरफ्तारी। मतलब, इस कहानी में रहस्य, रोमांच, सस्पेंस और अपने पीछे लोगों के लिए छोड़ी कई कहानियां।


पीयूष जैन की अकूत संपत्ति से सब दंग (piyush jain property)

पीयूष जैन के ठिकाने से सिर्फ अलमारी भर-भरकर नोट ही बरामद नहीं हुए हैं, बल्कि उसके पास से 16 बेशकीमती संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं। इसमें कानपुर में चार, कन्नौज में सात, मुंबई में दो, दिल्ली में एक तथा दुबई में उसकी दो प्रॉपर्टी का पता चला है। ताजा जानकारी के अनुसार, कानपुर में पीयूष जैन की कोठी में अंदर तहखाना भी मिला है। वहीं, उसके एक फ्लैट से 500 चाबियां बरामद हुई है। इन चाबियों के क्या राज हैं, यह अभी रहस्य है।

पीयूष जैन चौकीदारों को ज्यादा दिन टिकने ही नहीं देता था

हालांकि, इन संपत्तियों को लेकर पीयूष जैन (Kanpur Perfume Industrialist Piyush Jain)net बेहद सतर्क था। यही वजह रही होगी कि वह अपनी कोठी की रखवाली में पुराने चौकीदार नहीं रखता था। वह किसी भी चौकीदार को एक या दो साल से ज्यादा रहने ही नहीं देता था। ये चौकीदार 7 से 8 हजार रुपए की तनख्वाह पर रखे जाते थे। साथ ही, इन चौकीदारों को घर के अंदर जाने की सख्त मनाही थी।


पीयूष जैन का रॉयल शौक नहीं, इस्तेमाल में खटारा कारें

इत्र कारोबारी पीयूष जैन के पास इतना पैसा था, जिसे देखकर आज दुनिया की आंखें फटी रह गई, वह अपने इस्तेमाल में सालों पुरानी गाड़ियां रखता था। इसके पीछे उसका मकसद किसी की नजरों में नहीं आना रहा होगा। हम अक्सर देखते हैं कि इस तरह की बड़ी संपत्ति रखने वाले नई-नई गाड़ियों का शौक रखते हैं, महंगी घड़ियां सहित अन्य साधन उपभोग में लाते हैं, जो उनके रसूख को दिखाता है। लेकिन, ऐसा कोई शौक, दिखावा पीयूष जैन में नहीं रहा। पीयूष हमेशा सालों पुरानी खटारा कारों को ही इस्तेमाल में लाता रहा। इनकम टैक्स वालों को उसके घर से सिर्फ दो कारें मिली हैं। जिनमें एक एक फॉक्सवैगन और दूसरी टोयोटा कार है।

यहां से जुड़े थे पीयूष के तार, ...फिर सब बर्बाद

लेकिन क्या आप जानते हैं इतने शातिर तरीके से धंधा करने वाले पीयूष जैन से कहां गड़बड़ी हुई कि इनकम टैक्स अधिकारी उसके ठिकाने तक पहुंच गए। बताया जा रहा कि अहमदाबाद में एक माल ट्रांसपोर्टर द्वारा नकली चालान और बिना ई-वे बिल के माल भेजने से जुड़े मामले में एक फर्जी बिल के तार पीयूष जैन से जुड़े मिले। उसके बाद तहकीकात शुरू हुई। फिर, इनकम टैक्स ने छापा मारा। उसके बाद जो हुआ वो सब आपके सामने हैं। कहें, तो एक छोटी से लापरवाही ने पीयूष जैन को इस झमेले में फंसा दिया और सब बर्बाद हो गया।

ऑपरेशन 'बिग बाजार' 

मीडिया के जरिए बाहर आ रही ख़बरों के मुताबिक, इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कन्नौज वाले घर से जीएसटी इंटेलिजेंस कर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर तथा सीमा शुल्क बोर्ड और इनकम टैक्स विभाग के संयुक्त छापेमारी में करीब 110 करोड़ रुपए नकद और 250 किलो चांदी व 25 किलो सोना मिला है। सरकारी अफसरों ने इसे ऑपरेशन 'बिग बाजार' नाम दिया है।

'मेरे पास 400 किलो पुश्तैनी सोना था'  

जांच अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित घरों से इतनी बड़ी राशि मिलने मिलने के बाद जब सरकारी अफसरों ने उससे पूछताछ की, तो उसने किसी का भी नाम नहीं लिया। बल्कि, उसने कहा कि यह पैसा उसी का है। फिर, अधिकारियों ने पूछा कि उसने इतने पैसे कहां से लाए, तो पीयूष का जवाब था कि उसने पुश्तैनी सोने को बेचकर यह रकम जमा की है। फिर, अफसरों ने पूछा कि उसके पास कितनी मात्रा में पुश्तैनी सोना था। तो उसका कहना था 400 किलोग्राम। जिसे टुकड़े-टुकड़े में बेचकर उसने ये राशि जमा की थी। लेकिन, कहां बेचने के सवाल पर वह खामोश हो गया। और यहीं उसकी झूठ पकड़ी गई।

'पैसे बिजनेस में लगाने थे' 

छापेमारी टीम ने जब इत्र कारोबारी जैन से पैसे का स्रोत पूछा तो उसने कहा, कि अगर वो चाहें तो इस रकम का इनकम टैक्स काट लें और शेष पैसा वापस कर दें। जांच टीम ने जब सोना बेचने का कारण पूछा, तो पीयूष जैन ने बताया कि मुझे पैसे की जरूरत थी। इन पैसों को मुझे बिजनेस में लगाना था। इसके बाद अफसरों ने कहा, कि उसने बीते पांच सालों में एक नई फर्म नहीं खोली और ना ही कोई बिजनेस बढ़ाया। फिर भी सोना बेच दिया? इस सवाल पर वह चुप्पी साध गया। 

अधिकारियों की छूट पड़ी हंसी 

इत्र कारोबारी पीयूष जैन ने कहा, मैंने सोना थोड़ा-थोड़ा कर के कई सालों में सोने छोटे-छोटे ज्वैलर्स बेचा है। उसके इतना कहते है अफसरों के हंसी छूटने लगे। हम सब जानते हैं, कि लोग काला धन छुपाने किए के लिए कैश को सोना में कन्वर्ट करते हैं, ये पहला आदमी है जो सोना को कैश को सोना में बदल रहा है। ऐसे सवालों के जवाब पीयूष के पास था थे।

बेडरूम और तहखाने में सबसे अधिक धन 

जो जानकारी बाहर आ रही है उसके मुताबिक, सबसे ज्यादा पैसा पीयूष जैन के बेडरूम की दीवारों से निकाले गए हैं। इसके अलावा सीढ़ियों के अंदर बने तहखाने में भी पीयूष जैन ने पैसे छुपा रखे थे। करीब 10 मजदूरों ने दीवार को तोड़कर इस पैसों को निकाला।

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