Raebareli News: दिव्यांग युवती कुएं में डूबी, लोगों ने ऐसे बचाई जान
एक दिव्यांग युवती के कुएं में डूब जाने की खबर से पूरे गांव में एक भय का माहौल बना हुआ है। युवती को ग्रामीणों ने कुएं से निकाला।
Raebareli News: यूपी के रायबरेली में करीब 6 दिनों पूर्व घर से लापता दिव्यांग युवती कुएं में डूब गई। जान बचाने के लिए उसने रेखा-रेखा बचाओं की आवाज लगाई। इसे सुनकर दौड़े किसानों ने ग्रामीणों की मदद से युवती को कुएं से बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में युवती को अस्पताल पहुंचाया जहां युवती का इलाज चल रहा है।
ग्रामीणों ने युवती को कुएं से बाहर निकाला
घटना शिवगढ़ थाना क्षेत्र के निहाल खेड़ा मजरे सूरजपुर गांव की है। यहां गांव से 200 मीटर की दूरी पर खेतों के पास झाड़ियों के बीच स्थित कुएं में रेखा नाम की दिव्यांग लड़की डूब गई। जब उसे जिंदगी बचने की कोई आशा नजर नही आई तब उसने रेखा बचाओ की आवाज लगाई। इस पर पास ही खेत में पानी लगाने गए किसान रामदास और जगतपाल ने ये आवाज सुनी तो दोनों कुएं के पास पहुंचे। किसानों ने इस पर गुहार लगाई तो आवाज सुनकर दौड़े ग्रामीणों ने मिलकर युवती को कुएं से बाहर निकाला। देखा तो युवती दोनो पैरों से दिव्यांग है।
ग्रामीण युवती को सड़क के किनारे स्थित एक घर के पास लेकर आए और लेटा दिया। कुछ ही देर में मौके पर ग्रामीणों का मजमा लग गया। लेकिन युवती की पहचान नहीं हो सकी। युवती की हालत गम्भीर देखते हुए ग्रामीणों ने एंबुलेंस और पुलिस को सूचना दी। मौके पर एंबुलेंस नही पहुंची तो पुलिस ने खुद थाने की शक्ति मोबाइल से युवती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ पहुंचाया। जहां कुछ देर चले इलाज के पश्चात युवती ने अपना नाम और पता बताई। युवती ने बताया कि निहाल खेड़ा गांव का रहने वाला एक युवक जो पहले से उसके घर आया जाया करता था, 13 जुलाई की शाम अपने साथ उसे लाया था।
युवती ने बताया 13 जुलाई से वह युवक के घर पर ही रही थी
युवती ने बताया 13 जुलाई से वह युवक के घर पर ही रही थी। उसने बताया कि मुझे यह नही पता कि कैसे मैं कुएं में पहुंच गई। युवती ने बताया कि अपने आपको कुएं में डूबता देखकर अपनी छोटी बहन रेखा को आवाज लगा रही थी।थानाध्यक्ष रवींद्र सोनकर ने बताया कि अभी युवती पूरी तरह से स्वस्थ नही है। इलाज चल रहा है, पुलिस जांच में जुटी है। युवती कहां की रहने वाली है यह अभी नही बताया जा सकता। परिजनों से सम्पर्क करने का प्रयास किया जा रहा है किन्तु अभी तक परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया है।