Auraiya News: पर्यावरण का पेपर छूटने से छात्राओं में निराशा, कॉलेज प्रशासन पर लगाया आरोप

Auraiya News: औरैया जिले के तिलक महाविद्यालय में पर्यावरण का पेपर छूटने से नाराज छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन पर सूचना न देने का आरोप लगाया है।

Written By :  Pravesh Chaturvedi
Published By :  Durgesh Bahadur
Update: 2021-08-01 12:22 GMT
तिलक महाविद्यालय औरैया की छात्राएं।

Auraiya News: जिले के तिलक महाविद्यालय में स्नातक वर्ग की परीक्षाएं वर्तमान में संचालित हो रही हैं और छात्र-छात्राएं पूरी तैयारी के साथ परीक्षाओं में अच्छे अंक लाने के लिए प्रयत्नशील हैं। लेकिन रविवार को उनके साथ उस समय छल हो गया जब विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा का समय बदल दिया गया और छात्रों के तक इसकी कोई भी जानकारी नहीं पहुंच सकी। वहीं छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर सूचना न दिए जाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यह परीक्षा छूट जाने से उनका काफी नुकसान हुआ है।

बता दें कि लॉकडाउन के बाद सरकार द्वारा विश्वविद्यालयों की परीक्षा शुरू कराए जाने की बात कही थी। निर्धारित कार्यक्रम के बाद विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा शुरू करा दी गई। छात्रों द्वारा टाइम टेबल के अनुसार दिए गए समय पर अपनी सभी परीक्षाएं समय से दी गयीं। मगर रविवार को उनकी पर्यावरण विषय की परीक्षा होनी थी, जिसके लिए टाइम टेबल में जो समय दिया गया था उसी आधार पर वह लोग परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे।

वहीं, बीए तृतीय वर्ष की छात्रा आराध्या ने जानकारी देते हुए बताया कि बीती 24 जुलाई को उसकी परीक्षा थी और 1 अगस्त को उसका पर्यावरण का पेपर होना था। 24 जुलाई को परीक्षा देने के बाद वह अपने घर चली गई और पर्यावरण विषय की परीक्षा की तैयारी करने में जुट गई। जब वह परीक्षा देने आई तो जानकारी मिली कि उसके एग्जाम का समय बदल दिया गया है और वह परीक्षा हो चुकी है। इससे उनपर मानसिक आघात पहुंचा है।

इसके अलावा कानपुर से परीक्षा देने आई छात्रा मुस्तबिन फतीमा ने बताया कि वह बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है। वह कानपुर से परीक्षा देने के लिए औरैया आती है। जब वह आज परीक्षा देने के लिए आई तो गेट पर भीड़ जमा थी। उसने विद्यालय के कर्मचारी से जानकारी चाही तो उसने कहा कि पर्यावरण का पेपर हो चुका है। नोटिस बोर्ड पर इसकी जानकारी चस्पा कर दी गई थी। जब छात्रा द्वारा कहा गया कि कॉलेज प्रशासन को उसे सूचना मुहैया करानी थी, तो उसने कहा नहीं यह कालेज की जिम्मेदारी नहीं है।

इसके बाद छात्रा मुस्तबिन ने प्राचार्य से भी बात कही। इस पर प्राचार्य ने कहा की एग्जाम का समय बदले जाने की जानकारी नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दी गई थी। अब वह अपने आप को फेल समझे। छात्रा ने बताया कि उसकी सारी मेहनत बेकार हो गई अब उसके भविष्य का क्या होगा?

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