Lucknow: पैसों के लिए सिपाही बना लुटेरा, एनकाउंटर का डर दिखाकर की लूट, दो सिपाही गिरफ्तार

Lucknow: मड़ियांव थाने में तैनात सिपाही ने एक व्यक्ति को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर उससे लाखों रुपये लूटने की कोशिश की।

Published By :  Shreya
Update: 2022-04-15 13:05 GMT

पीड़ित (फोटो- न्यूजट्रैक)

Lucknow Crime News: राजधानी लखनऊ (Lucknow) की कमिश्नरेट पुलिस (Commissionerate Police) के कुछ मनबढ़ पुलिसवालों की करतूत से खाकी फिर बदनाम हुई है। मड़ियांव थाने (Madiyaon Thana) में तैनात सिपाही को पैसे के लालच ने लुटेरा बना दिया। मामले में अब तक दो पुलिसवालों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

क्या है पूरा मामला?

अब जरा पूरे माजरे को समझ लीजिए, दरअसल बाराबंकी जिले (Barabanki) के बैरागीपुर (Bairagipur) निवासी पीड़ित अतुल सिंह 12 अप्रैल को देर शाम अपनी पत्नी के साथ लखनऊ से घर वापस जा रहे थे। तभी भिटौली क्रॉसिंग के पास उनकी कार के पीछे एक आई-20 गाड़ी लग जाती है और ओवरटेक करके उन्हें रुकने का इशारा किया जाता है। जैसे ही वह अपनी कार साइड में लगाकर रोकते हैं उसमें एक युवक आकर उन्हें सरकारी पिस्टल दिखाता है और एनकाउंटर करने की धमकी देते हुए खुद को क्राइम ब्रांच का बताकर उन्हें पीछे बैठने के लिए बोलता है।


पिस्टल दिखाने वाला आरोपी सिपाही सुधीर सिंह उन्हें मड़ियाव थाने की पीछे वाले गेट से लेकर कैंपस में पहुंचता है और वहां उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर पांच लाख रुपये की डिमांड करता है। आरोपी सिपाही के साथ दो और लोग थे जिनका पीड़ित ने नाम अनिल सिंह और आकाश सिंह बताया है।

पीड़ित की शिकायत

पीड़ित अतुल सिंह के मुताबिक, जब उन्होंने पांच लाख रुपये देने में असमर्थता जताई तो उन्हें साइन सिटी से जुड़े मामले में जेल भेजने की धमकी देने लगे। जब उन्होंने इस मामले अपना पक्ष और मुकदमे की बात उन्हें बताई तो वह फर्जी मामला दर्ज कर जेल भेजने की बात करने लगे। इससे डरकर अतुल सिंह ने उस वक्त उनके पास जितने भी (18-19 हजार) रुपये थे वह उन्हें दे दिया। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें अगले दिन पूरा पैसा देने की बात कहकर उनका मोबाइल भी ले लिया। जब अतुल ने पैसे नहीं होने की बात कही तो एनकाउंटर करने की धमकी देने लगे। इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी के अकाउंट से कुछ पैसे उन्हें ट्रांसफर किए।

कैसे खुला मामला?

13 अप्रैल को जब आरोपियों ने फिर पैसे के लिए दबाव बनाना शुरू किया तो अतुल ने कहीं से कुछ और पैसे उन्हें ट्रांसफर किए। इनमें से सुधीर सिंह पैसे लेने के लिए जिस युवक को उनके घर भेजा था उसका नाम उन्होंने आकाश सिंह बताया था। पैसे लेने पहुंचा आकाश ने चार हजार रुपए अपने अकाउंट में भेजने के लिए बोला। अतुल ने जब उनके खाते में पैसे ट्रांसफर किए तो वह अकाउंट जदगीश सिंह लोधी के नाम से दिखाई दिया। बस यहीं से अतुल को शक हो गया कि वह किसी के जाल में फंस गया है।


अतुल सिंह अपनी शिकायत करने मड़ियाव थाने पहुंचा और आरोपी का नाम लिया तो वहां मौजूद पुलिस वाले सकपका गये। क्योंकि मामला उसे थाने के सिपाही से जुड़ा हुआ था। इसके बाद एडीसीपी नार्थ मड़ियांव थाने पहुंचकर कर पूरे मामले की पड़ताल में लगी हुई हैं। 

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