UP Mafia List: 61 माफियाओं की लिस्ट तैयार, ये कुख्यात बाहुबली भी योगी सरकार के निशाने पर
Mafia List in Uttar Pradesh: सीएम योगी 2.0 में 61 माफियाओं की लिस्ट तैयार कर दी गई है।
UP Mafiya List: सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कई सफेदपोशों के साथ ही कई फर्जी राबिन हुडों के नकाब के पीछे छुपे खुनी चेहरों को सामने लाकर खड़ा कर दिया है। पिछली सरकार में संगठित अपराध करने वालों पर पुलिस का डंडा और बाबा का बुलडोजर झूम के चला। वहीँ योगी 2.0 में 61 माफियाओं की लिस्ट तैयार कर दी गई है। अब इनके अपराध के साम्राज्य को ख़त्म किया जाना है इस लिस्ट में आगे भी नाम जुड़ते रहेंगे।
यूपी में माफियाओं की लिस्ट
इस लिस्ट में सूबे के भूमि माफिया, शिक्षा माफिया, खनन माफिया, वन माफिया एवं शराब माफिया शामिल हैं। ये लिस्ट शासन और पुलिस ने मिलकर बनाई है। योगी सरकार का लक्ष्य है कि इन अपराधियों की 500 करोड़ की संपत्ति जल्द से जल्द जब्त हो।
जानिए कुछ बड़े माफियाओं के बारे में:
मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari)
पूर्वांचल का कथित राबिनहुड मुख्तार अंसारी पुलिस रिकार्ड में आईएस 91 के नाम से रजिस्टर गैंग का सरगना है। वर्तमान में 12 केस दर्ज हैं। फिलहाल बाँदा जेल में बंद है अंसारी।
बदन सिंह बद्दो
बदन सिंह बद्दो पर कई राज्यों में हत्या और डकैती सहित संगीन धाराओं में 40 से ज्यादा मुकदमें हैं। बद्दो पर ढाई लाख का इनाम है। 2019 से फरार बद्दो के बारे में कहा जाता है कि वो यूरोप में कहीं छुपा है।
रिजवान जहीर
पूर्व सांसद रिजवान जहीर पर संगीन धारों में 14 मुकदमें दर्ज हैं। कई दलों से नाता रहा है रिजवान का।
बबलू श्रीवास्तव
बबलू इंटरनेशनल क्रिमनल है। बबलू श्रीवास्तव पर 60 से अधिक मामले दर्ज थे। कई मामलों में सजा मिल चुकी है। बरेली जेल में बंद है इस समय ये खूंखार अपराधी।
सुनील राठी
सुनील राठी पर कई 20 से अधिक संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं। माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या कर सुनील ने माफिया जगत में दबदबा बना लिया है। फिलहाल मंडोली जेल में बंद है।
त्रिभुवन सिंह
माफिया ब्रजेश सिंह का करीबी है त्रिभुवन सिंह। आजमगढ़, पखरी कांड सहित देश के अन्य हिस्सों में कई हत्याओं के मामले दर्ज हैं। फिलहाल मिर्जापुर जेल में बंद है त्रिभुवन।
बृजेश सिंह
मुख्तार अंसारी का कट्टर विरोधी है बृजेश सिंह। बृजेश पर 30 से अधिक मामले दर्ज हैं। इनमें जमीन पर कब्ज़ा, हत्या की साजिश, हत्या, हत्या का प्रयास अपहरण शामिल हैं। फिलहाल वाराणसी जेल में बंद है बृजेश।
अतीक अहमद
अतीक अहमद पर 50 से अधिक मामले दर्ज है। अतीक देश की सबसे बड़ी पंचायत के सदस्य भी रहे हैं। फिलहाल गुजरात की साबरमती जेल में बंद है।
लल्लू यादव
लल्लू यादव पर गैंगस्टर, जमीन कब्ज़ा, हत्या सहित 12 मुकदमे दर्ज हैं। कहा जाता है कि थाना तालकटोरा का उनको संरक्षण मिला था। इसी के चलते एकबार पूरा थाना ही सस्पेंड कर दिया गया था।
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पर गैंगस्टर सहित हत्या, अपहरण के साथ कई गंभीर मामलों में दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल लखनऊ जेल में बंद है।
अनुपम दुबे
बसपा नेता अनुपम दुबे पर 41 मामले दर्ज हैं। 1996 में गुरसहायगंज कोतवाल रामनिवास यादव की ट्रेन में हत्या के बाद अनुपम कुख्यात हो गया।
विनोद उपाध्याय
विनोद उपाध्याय पर संगीन धाराओं में 25 मामले दर्ज हैं। इस समय फतेहगढ़ जेल में बंद है।
ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह
ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह D-11 गैंग का सरगना है। कुंटू पर संगीन धाराओं में 75 मामले दर्ज हैं। फिलहाल कासगंज जेल में बंद है।
सुधाकर सिंह
सुधाकर सिंह नामी शराब तस्कर है। फिलहाल जेल में है सुधाकर सिंह।
बच्चू यादव
राजधानी लखनऊ के बच्चू यादव पर संगीन धाराओं में 25 मामले दर्ज हैं। बच्चू इस समय पुलिस कई गिरफ्त से दूर है।
गब्बर सिंह
गब्बर सिंह पर जमीनों पर कब्ज़ा, हत्या, लूट सहित 56 मामले दर्ज है। 27 मार्च 2020 में बहराइच जिले में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी के मंच पर भी नजर आया था।
उधम सिंह
उधम सिंह डी-75 गैंग का सरगना है। हत्या, अपहरण सहित संगीन धाराओं में 40 मामले दर्ज हैं। इस समय सिद्धार्थनगर जेल में बंद है।
धर्मेंद्र किरठल
धर्मेंद्र को किलिंग मशीन कहा जाता है। डी-3 गैंग का सरगना है। उसपर 49 मामले दर्ज हैं। इनमें 15 से अधिक मामले हत्या के हैं। आंबेडकर नगर जेल में बंद है।
राजन तिवारी
कुख्यात श्रीप्रकाश शुक्ला का साथी रहा राजन तिवारी बिहार में दो बार विधायक रहा है। राजन ने 2019 लोकसभा चुनाव के समय भाजपा की सदस्यता ली थी। लेकिन बाद में पार्टी ने सदस्यता समाप्त कर दी।
सुधीर कुमार सिंह
सुधीर सिंह विधानसभा चुनाव में सहजनवां से बसपा प्रत्याशी रहा है। संगीन धरों में कुल 26 मामले दर्ज हैं।
इनके साथ ही कई और नाम भी शामिल हैं इस लिस्ट में। वहीँ आपको बता दें इस बार पुलिस चौकी स्तर तक सफेदपोश अपराधियों और नेता बने अपराधियों पर भी नजर रखी जा रही है। जल्द ही इस लिस्ट में कई और नाम जुड़ेंगे और उनपर भी सख्ती की जाएगी।