महाराष्ट्र में शिवसेना ने बीजेपी से मांगा 50-50

बीजेपी ने चुनाव में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जैसे मुद्दों का जमकर इस्तेमाल किया, वहीं विपक्ष ने किसानों की परेशानी और बेरोज़गारी जैसे मुद्दे उठाए।

Update:2019-10-24 09:19 IST

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पिछली बार से नुकसान होता हुआ दिख रहा है। 2014 में 122 सीटें जीतने वाली भाजपा को इस बार 100 सीटें ही मिलती हुई दिख रही हैं।

वहीं, उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना को 61 सीटें मिलती हुई दिख रही हैं। खबर लिखे जाने तक जहां भाजपा ने 100 सीटें और शिवसेना ने 61 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है।

वहीं कांग्रेस 45 और एनसीपी 55 सीटों पर आगे चल रही है। पिछली बार बहुमत से दूर रही भाजपा को शिवसेना के साथ गठबंधन कर सरकार बनाना पड़ा था। इस बार भी दोनों पार्टियों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा है।

बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जैसे मुद्दों का जमकर इस्तेमाल किया, वहीं विपक्ष ने किसानों की परेशानी और बेरोज़गारी जैसे मुद्दे उठाए।

पहले से तय फॉर्म्युले पर आगे बढ़ेगी बीजेपी: देवेंद्र फडणवीस

देवेंद्र फडणवीस ने जीत हासिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिवसेना और बीजेपी के बीच जो भी फॉर्म्युला तय किया गया है, बीजेपी उसी फॉर्म्युले पर आगे बढ़ेगी।

जो भी दोनों दलों के बीच तय किया गया है, उसकी जानकारी सही वक्त पर मीडिया के सामने जरूर रखी जाएगी।

जनता ने निर्णायक फैसला दिया है, उन्हें हमसे अपेक्षाएं हैं, अगले 5 सालों में हम इन उम्मीदों को पूरा करने की कोशिश करेंगे।

मैं पीएम मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे का विश्वास जताने के लिए आभार व्यक्त करता हूं।

पहले ही तय हो गया था 50-50 का फॉर्म्युला: उद्धव

उद्धव ठाकरे ने कहा कि 50-50 का फॉर्म्युला पहले ही तय हो गया था। नतीजे आने के बाद बीजेपी से अब सिर्फ इस बात पर चर्चा होगी कि महाराष्ट्र का सीएम कौन होगा। महायुती में विश्वास जताने के लिए जनता का आभार, आशा करता हूं कि उम्मीदों पर खड़ा उतरूंगा।

महाराष्ट्र में 'बड़े भाई-छोटे भाई' का फर्क नहीं है। देवेंद्र फडणवीस से बात हुई है, हमदोनों ने एक-दूसरे को बधाई दी है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में पूछा, इसके अलावा कोई बात नहीं हुई है।

आदित्य की जीत पर एक अभिभावक के तौर पर गर्व महसूस कर रहा हूं। 50-50 के फॉर्म्युले पर पहले बीजेपी के साथ सहमति हुई थी, आगे जब स्थिति साफ होगी तो बीजेपी-शिवसेना के वरिष्ठ नेता साथ में चर्चा करके फैसला लेंगे।

पूरे नतीजे आने के बाद हम बीजेपी के साथ आगे बातचीत करेंगे। महाराष्ट्र की जनता ने जागरूक होकर मतदान किया, मैं जनता को धन्यवाद कहता हूं।

इस बार चुनाव की मर्यादा को तोड़ा गया: शरद पवार

एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि इससे भी आगे जाने की हमारी कोशिश थी, लेकिन विपरीत परिस्थितियों में भी यहां तक पहुंचने की हमें खुशी है। यह जो माहौल पैदा किया गया था कि 220 से आगे जाएंगे, उसे जनता ने खारिज किया है।

शरद पवार ने कहा कि इस बार चुनाव की मर्यादा को तोड़ा गया। कांग्रेस-एनसीपी वर्कर्स ने साथ मिलकर काम किया।

बीजेपी-शिवसेना को लेकर शरद पवार ने कहा कि जनता ने 220 सीटों के दावे को स्वीकार नहीं किया।

हम जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों को लेकर शरद पवार ने कहा कि सभी लोगों ने हमारा साथ दिया है।

फडणवीस सरकार के पांच मंत्री हारे

फडणवीस सरकार के पांच मंत्री, पंकजा मुंडे, राम शिंदे, विजय शिवतारे, बाला भेगडे, अर्जुन खोतकर को इस बार के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।

सीएम फडणवीस को मिली जीत

नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा महाराष्ट्र की सबसे बड़ी हॉट सीट मानी जाती है। इसकी वजह यह है कि यहां से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बीजेपी उम्मीदवार थे।

2008 में परिसीमन के बाद वजूद में आई नागपुर साउथ-वेस्ट एसेंबली सीट पर अब तक 2 बार विधानसभा चुनाव हुए और दोनों बार देवेंद्र फडणवीस को जीत मिली।

नागपुर लोकसभा क्षेत्र में आने वाली इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने इस बार आशीष देशमुख को उतारा था। सीएम फडणवीस इस सीट पर तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं।

आदित्य ठाकरे ने दर्ज की जीत

इस बार का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव ठाकरे परिवार के लिए ऐतिहासिक रहा है। पहली बार परिवार का कोई सदस्‍य चुनाव मैदान में उतरा। इसके साथ ही ठाकरे परिवार का पहला सदस्‍य विधायक भी बन गया है।

वर्ली सीट से चुनाव मैदान में उतरे उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे चुनाव जीत गए हैं। बता दें कि मुंबई की इस सीट को शिवसेना का गढ़ माना जाता है।

पार्टी ने आदित्‍य को इसी सीट से अपना उम्‍मीदवार बनाने का फैसला किया था। विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को स्‍पष्‍ट बहुमत मिलने के पूरे आसार हैं।

दूसरी तरफ, कांग्रेस-राष्‍ट्रवादी कांग्रेस का गठजोड़ लगातार दूसरी बार सत्‍ता से दूर रही। राज ठाकरे की मनसे ने उनके सामने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था. ऐसे में उनकी जीत आसान मानी जा रही थी।

तय 50-50 फॉर्मूले से बनाई जाएगी सरकार

शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी थोड़ी ही देर पहले यह स्पष्ट किया था कि सरकार गठन के लिए 50-50 फॉर्मूला तय रहेगा।

उन्होंने कहा कि अनुमान से कुछ सीटें पार्टी को मिली हैं, लेकिन वे इसे निराशाजनक नहीं मान रहे हैं। उन्होंने शिवसेना के प्रदर्शन को अच्छा कहा है।

सरकार बनाने की बात पर वे बोले कि बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन बरकार है और आगे भी रहेगा। गठबंधन में यह तय किया गया था कि 50-50 के रेश्यो पर सरकार बनाई जाएगी और पार्टी अभी भी उसी बात पर कायम है।

 

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