मीडिया के सामने आया गाजीपुर हिंसा का असल गुनहगार, BJP पर लगाये ये गंभीर आरोप
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में अर्जुन कश्यप ने हिंसा के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को दोषी ठहराया है। अर्जुन का आरोप है कि बीजेपी के लोगों ने ही बवाल कराया। अगर मैं कानूनी रुप से अपराधी माना जाता हूं तो मैं खुद सरेंडर कर दूंगा।
वाराणसी: गाजीपुर के कठवमोड़ कांड का मुख्य आरोपी अर्जुन कश्यप पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर जहां डीजीपी ओपी सिंह ने वाराणसी में बड़े-बड़े दावे कर रहे थे। वहीं मुख्य आरोपी अर्जुन कश्यप मीडिया में बयानबाजी कर रहा है। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में अर्जुन कश्यप ने घटना के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को दोषी ठहराया है। अर्जुन का आरोप है कि बीजेपी के लोगों ने ही बवाल कराया। अगर मैं कानूनी रुप से अपराधी माना जाता हूं तो मैं खुद सरेंडर कर दूंगा।
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योगी सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
अर्जुन कश्यप ने कहा कि हो सकता है कि हमारे लोगों ने बाद में पथराव किया हो लेकिन एक भी पुलिसकर्मी पर पत्थर नहीं फेंका गया। उसने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निषाद समुदाय की मांगों को पूरा करने का वादा किया था लेकिन कुछ नहीं हुआ। हमारी मांगो को न ही लोकसभा न ही राज्यसभा में रखा गया। आरोपी ने कहा कि अगर निषादों को आरक्षण नहीं दिया गया तो वे लोग लगातार प्रदर्शन करते रहेगें।
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अब तक 32 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
सिपाही सुरेश बत्स हत्याकांड मामले में अब तक कुल 32 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। वीडियो के आधार पर 40 लोगों की पहचान हुई है। मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर सरकार पर दबाव बढ़ रहा है। आपको बता दें कि 29 दिसंबर को गाजीपुर में आरक्षण की मांग को लेकर निषाद समाज के लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे थे।
पीएम की सभा समाप्त होने के बाद बीते शनिवार की शाम एकाएक कठवामोड़ पुल पर जाम लग गया। अर्जुन कश्यप निषाद पार्टी का प्रदेश महासचिव है। इसी के नेतृत्व में निषाद समाज ने 29 दिसंबर को धरना प्रदर्शन किया था। सिपाही की मौत के प्रकरण में अर्जुन पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन अभी वह पुलिस की पकड़ से दूर है। उसकी तलाश में अलग से पुलिस टीम गठित की गई है। लेकिन उसका सुराग नहीं मिल सका है।
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