Mainpuri By Election 2022: सैफई से अखिलेश-शिवपाल का बड़ा संदेश, सालों बाद एक साथ दिखा कुनबा

Akhilesh Yadav and Shivpal Yadav: खास बात यह थी कि पहली बार पूरे सपा कुनबे में विवाद की कोई छाया नहीं थी। सब एकजुट थे।

Written By :  Anant kumar shukla
Update: 2022-11-20 14:40 GMT

Mainpuri Bypoll Akhilesh Shivpal Big Message From Saifai Family

Mainpuri By Election 2022: मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के प्रचार में भोगांव और सैफई में आयोजित समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में एक दिखा यादव कुनबा। शिवापाल, रामगोपाल, अखिलेश व अन्य पारिवारिक सदस्य एक साथ, एक ही मंच पर दिखे। खास बात यह थी कि पहली बार पूरे सपा कुनबे में विवाद की कोई छाया नहीं थी। सब एकजुट थे। मुलायम की विरासत का मुद्दा था। ऐसा लग रहा था सपा के पुरोधा ने अपनी राख के साथ सारे मतभेद बहा दिये।

अखिलेश यादव की ओर से ट्वीट की गई तस्वीर में भी उनके साथ मैनपुरी उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव, चाचा शिवपाल सिंह यादव और उनके बेटे आदित्य यादव नजर आ रहे हैं। तस्वीर ट्वीट कर अखिलेश ने लिखा, ''नेता जी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है!''


अखिलेश यादव के इस ट्वीट और शिवपाल यादव के नेताजी को याद करते हुए दिये गए इस बयना के बाद संदेह की गुंजाइश नहीं रह जाती है जिसमें उन्होंने कहा कि आत्मा कभी खत्म नहीं होती। वह (नेताजी) कहीं ना कहीं से देख रहे हैं। आज हम सब लोग एक हो गए हैं। शिवपाल ने भी अपनी बहू के लिए वोट मांगा और भारी जीत की उम्मीद जाहिर की।


शिवपाल ने कहा लोग कहते थे कि चाचा-भतीजे में बहुत दूरियां हैं। आपको बता दूं चाचा-भतीजे में दूरियां नहीं थीं, राजनीति में दूरियां थीं, चाचा-भतीजे में मैंने कभी दूरियां नहीं मानीं। खुशी इस बात की है कि राजनीति की दूरियां आज खत्म हो गईं। अब घबराहट बीजेपी को हो रही होगी क्योंकि जसवंतनगर ने मन बना लिया, करहल साथ चल दिया, मैनपुरी ठीक हो गई, भोगांव भी जीतने जा रहे हैं तो सोचिए परिणाम क्या होगा? अखिलेश ने खुद तस्वीर के साथ ट्वीट करते हुए कहा ''नेता जी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है!'' नेताजी के निधन के बाद यह पहला चुनाव है। जिसमें परिवार की एकजुटता पूरी तरह सामने आई है।


शिवपाल यादव के मंच पर आते ही अखिलेश ने पैर छूकर गुलदस्ता भेट किया। मंच पर अखिलेश यावद, शिवपाल यावद और रामगोपाल यादव के बीच में बैठे थे। सभी लोगों ने एक स्वर में समाजवादी पार्टी द्वारा घोषित उम्मीदवार को रिकॉर्ड मतों से जिताने का आग्रह किया। शिवपाल यादव और अखिलेश के मंच साझा करने के बाद डिम्पल की राह न सिर्फ आसान हुई है बल्कि वो ऐतिहासिक जीत की तरफ बढ़ती भी दिख रही हैं।


यदि मैनपुरी में जातिगत समीकरण पर नजर डालें तो मैनपुरी में सबसे अधिक यादव मतदाता हैं, इसके बाद शाक्य मतदाता हैं। यदि भाजपा उम्मीदवार रघुराज शाक्य यादव का वोट काटने में कामयाब हो जाते हैं तो उनकी जीत पक्की हो जाएगी। मैनपुरी में नेताजी के बाद सबसे ज्यादा लोकप्रिय शिवपाल यादव हैं, कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। उनके द्वारा प्रत्यक्ष रूप से सपा को सपोर्ट करने से भाजपा की उम्मीदों पर पानी फिरना तय है।

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