चुनाव हारने के बाद मनोज तिवारी ने कही ये बड़ी बात, पार्टी के लिए हो सकती है मुसीबत

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी। पार्टी की हार पर दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आम...

Update:2020-02-11 18:25 IST

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी। पार्टी की हार पर दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को जीत की बधाई दी। मनोज तिवारी ने कहा, 'दिल्ली की जनता का आदेश सिर माथे पर।

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मैं केजरीवाल को उनकी पार्टी की जीत के लिए बधाई देता हूं। हमारे कार्यकर्ताओं ने कठिन परिश्रम किया। हार से कार्यकर्ताओं को निराश नहीं होना चाहिए।'

मैं कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत के लिए साधुवाद देता हूं-मनोज तिवारी

दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा, 'मैं कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत के लिए साधुवाद देता हूं, दिल्ली की जनता के जनादेश को सिर माथे रखते हुए मैं केजरीवाल जी को बधाई देता हूं। मैं आशा करता हूं कि वो दिल्ली की जनता की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए उनकी अपेक्षाओं को पूरा करेंगे।'

भाजपा की 2015 के अपेक्षा वोट प्रतिशत बढ़ा है

दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष ने कहा, 'हमने काफी अपेक्षाएं की थी पर हम इसमें हम खरे नहीं उतरे। जिसकी हम समीक्षा करेंगे। दिल्ली में चुनाव की गिनती लगभग पूरी हो चुकी है और हम सात सीटों पर जीत रहे हैं। हार के चलते हम निराश हैं लेकिन 2015 की अपेक्षा वोट प्रतिशत बढ़ा है। 2015 में रहा 32 वोट प्रतिशत इस बार बढ़कर 38 प्रतिशत हो गया है।'

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मनोज तिवारी ने कहा कि हम लोग अपनी पूरी तन्मयता से सांसदों के रूप में और जिस-जिस रूप में काम कर सकते हैं उस तरह करेंगे। हम चाहते हैं कि अब दिल्ली में ब्लेम गेम कम हो और काम ज्यादा हो। एक न्यूज़ एजेंसी पर बातचीत के दौरान हार के बाद इस्तीफे के सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा कि मैं प्रदेश अध्यक्ष हूं तो हार की जिम्मेदारी मेरी है, हम इसकी पूरी समीक्षा करेंगे।

'हम नफरत की राजनीति नहीं करते'

मनोज तिवारी ने कहा कि हम नफरत की राजनीति नहीं करते हैं, हम 'सबका साथ सबका विकास' की राजनीति करते हैं। चुनावों के दौरान बहुत सी बातें कही जाती हैं लेकिन हम कभी नहीं चाहते थे कि सड़कों को 60 दिनों तक अवरुद्ध (रोका) किया जाए। हमने कल भी उसका विरोध किया था और आज हम उसका विरोध कर रहे हैं।

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