हरियाणा में खट्टर के इन दिग्गज मंत्रियों को जनता ने सिखाया सबक

माना जा रहा है कि मंत्रियों की जनता से दूरी उनकी हार का प्रमुख कारण रही। मंत्री बनने के बाद वे जनता से पूरी तरह कटे रहे। ऐसे में जनता ने चुनाव में उन्हें सबक सिखा दिया।

Update: 2019-10-24 13:07 GMT

नई दिल्ली: हरियाणा में सीएम मनोहर लाल खट्टर तो चुनाव जीत गए हैं मगर उनकी कैबिनेट के कद्दावर चेहरे धाराशाई हो गए हैं। माना जा रहा है कि मंत्रियों की जनता से दूरी उनकी हार का प्रमुख कारण रही। मंत्री बनने के बाद वे जनता से पूरी तरह कटे रहे। ऐसे में जनता ने चुनाव में उन्हें सबक सिखा दिया।

ओम प्रकाश धनखड़

हरियाणा सरकार के कद्दावर मंत्रियों में से एक ओम प्रकाश धनखड़ चुनाव हार गए हैं। कृषि मंत्री ओपी धनखड़ बादली विधानसभा सीट से चुनाव हार गए। उनके पक्ष में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बीजेपी सांसद सनी देओल ने भी प्रचार किया था, लेकिन वो जीत नहीं सके। धनखड़ को बादली सीट से कुलदीप वत्स ने करीब 11 हजार वोटों के अंतर से हराया है।

कैप्टन अभिमन्यु

हरियाणा में भाजपा का ताकतवर जाट चेहरा माने जाने वाले वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु नारनौंद विधानसभा सीट से चुनाव हार गए हैं। सीएम के बाद कैप्टन के पास ही सबसे ताकतवर मंत्रालय था। कैप्टन अभिमन्यु को दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी के रामकुमार गौतम ने हराया है। गौतम पूर्व विधायक रह चुके हैं। कैप्टन ने चुनाव जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रखा था। उनकी हार से सियासी पंडित भी हैरान हैं।

रामबिलास शर्मा

खट्टर सरकार में एक और कद्दावर नेता और कैबिनेट मंत्री रामविलास शर्मा चुनाव हार गए हैं। शर्मा महेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे थे। शर्मा की हार भी चौंकाने वाली है। रामविलास शर्मा को कांग्रेस के राव दान सिंह ने हराया है। दोनों सातवीं बार एक-दूसरे के सामने आमने-सामने थे। पिछले छह मुकाबले में दोनों ने तीन-तीन बार एक-दूसरे को हराया है। इस सीट पर शर्मा पांच बार और दान सिंह तीन बार चुनाव जीत चुके हैं।

कृष्ण लाल पंवार

खट्टर मंत्रिमंडल के एक और दिग्गज मंत्री कृष्ण लाल पंवार भी इसराना विधानसभा सीट से चुनाव हार गए। पंवार हरियाणा के परिवहन मंत्री थे। उन्हें कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि ने हराया है जबकि 2014 में पंवार ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े बलबीर सिंह को हरा दिया था।

कविता जैन

हरियाणा की सोनीपत सीट से बीजेपी उम्मीदवार और खट्टर कैबिनेट में रहीं कविता जैन की भी हार हुई है। कविता जैन मनोहर सरकार में शामिल इकलौती महिला मंत्री थीं। उन्हें कांग्रेस के सुरेंद्र पंवार ने हराया है। इस सीट से कविता जैन पिछले दो बार से चुनाव जीतती आ रही थीं मगर इस बार उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा।

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