UP News: योगी के सामने कितने दमदार साबित होंगे माता प्रसाद पांडेय, विधानसभा के मानसून सत्र पर लगीं सबकी निगाहें

UP News: मानसून सत्र के लिए रविवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक से थोड़ी देर पहले ही सपा मुखिया अखिलेश यादव ने नेता प्रतिपक्ष के रूप में माता प्रसाद पांडेय के नाम पर मुहर लगाई।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-07-29 04:39 GMT

CM Yogi and Mata Prasad Pandey  (photo: social media )

UP News: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। अभी तक अखिलेश यादव खुद विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मोर्चा संभालते थे मगर अब उन्होंने यह जिम्मेदारी माता प्रसाद पांडेय को सौंप दी है। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के खिलाफ विधानसभा में माता प्रसाद पांडेय किस तरह मोर्चा संभालते हैं।

विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू होकर 2 अगस्त तक चलने वाला है। इस सत्र में योगी सरकार 30 जुलाई को अनुपूरक बजट पेश करने वाली है। विधानसभा का मानसून सत्र काफी हंगामेदार होने के आसार हैं। विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में जुटा हुआ है।

अखिलेश ने माता प्रसाद को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

मानसून सत्र के लिए रविवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक से थोड़ी देर पहले ही सपा मुखिया अखिलेश यादव ने नेता प्रतिपक्ष के रूप में माता प्रसाद पांडेय के नाम पर मुहर लगाई। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पीडीए के बाद अब ब्राह्मण कार्ड चलकर सभी को चौंका दिया। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव ने ब्राह्मण वोट बैंक में सेंध लगाकर भाजपा को झटका देने की तैयारी शुरू कर दी है।

जानकारों के मुताबिक विषम परिस्थितियों में भी समाजवादी पार्टी के साथ चट्टान की तरह खड़े रहने वाले इटवा विधायक माता प्रसाद पांडेय को पार्टी ने उनकी निष्ठा का इनाम दिया है। माता प्रसाद मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों की ही सरकारों के दौरान विधानसभा अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद का दायित्व निभा चुके हैं। वे सात बार के विधायक हैं और उनके लंबे अनुभव को देखते हुए सपा मुखिया ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।


योगी के सामने कितने दमदार होंगे माता प्रसाद

विधानसभा के पिछले सत्रों के दौरान नेता प्रतिपक्ष के रूप में अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच तीखी तकरार देखने को मिल चुकी है। अब अखिलेश यादव लोकसभा के सदस्य बन चुके हैं और उन्होंने विधानसभा की सदस्यता छोड़ दी है। ऐसे में माता प्रसाद पांडेय को अब सपा की ओर से विधानसभा में मोर्चा संभालना होगा।

लोकसभा चुनाव में भाजपा को झटका लगने के बाद होने वाले इस मानसून सत्र में विपक्ष हमलावर जरूर रहेगा मगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मोर्चा संभालने से पीछे नहीं हटेंगे। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने माता प्रसाद पांडेय कितने दमदार साबित होते हैं।


सरकार को घेरने की विपक्ष की तैयारी

जानकारों का कहना है कि मानसून सत्र के दौरान विपक्ष की ओर से बाढ़, बिजली की कटौती, सूखा, पेपर लीक और किसानों से जुड़े मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी है। लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा का यह पहला सत्र होगा और यही कारण है कि इस सत्र पर सबकी निगाहें लगी हुई है। लोकसभा चुनाव में यूपी में अच्छे प्रदर्शन के बाद विपक्ष के हौसले बुलंद दिख रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा को करारा झटका लगा है। ऐसे में माना जा रहा है कि विपक्ष का तेवर काफी तीखा रहेगा।


आक्रामक रणनीति अपनाने का ऐलान

नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद माता प्रसाद पांडेय ने स्पष्ट कर दिया है कि विपक्ष आक्रामक रणनीति अपनाएगा। उन्होंने कहा कि मानसून सत्र के दौरान हम किसानों के शोषण, बाढ़ की समस्या, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था में गिरावट और बिजली कटौती जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे।

दूसरी ओर सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले अनुपूरक बजट पर भी सबकी निगाहें लगी हुई हैं। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना 30 जुलाई को अनुपूरक बजट पेश करेंगे जिसे सरकार 1 अगस्त को पारित कराएगी।

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