Meerut Nagar Nigam Ward No.41: मेरठ नगर निगम वार्ड-41 नगलाताशी के पार्षद महेशपाल सिंह, हम तो विकास के पीछे भागते हैं...
Meerut Nagar Nigam Ward No.41 Parshad: पार्षद ने कहा कि मेरे द्वारा अपने क्षेत्र में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचा है जहां पर मैने काम नहीं कराया हो।
Meerut Nagar Nigam Ward No.41: नगर निगम वार्ड-41 के बीएसपी पार्षद महेश पाल सिंह करीब छह करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए जाने का दावा करते हैं। 50 हज़ार से अधिक आबादी वाले क्षेत्र के पहली बार पार्षद बने महेशपाल सिंह कहते हैं,"शमशानों की चारों तरफ की बाउन्ड्री कराई।खंडजे लगवाए । 50-55 लाख रूपये का नाला बनवाया। 50-55 लाख रूपये का ही एक नाला बनवाया। इसके अलावा अपने वार्ड के तमाम इलाकों में जहां-जहां जरुरत थी टाइल्स-खंडजे लगवाये। 55 लाख रूपये के विकास कार्य लक्ष्मी विहार में कराए। न्यू सैनिक कॉलोनी ,गणपति विहार व अशोक नगर में काम कराएं। सैनिक विहार के काम के दो-तीन करोड़ के टेंडर मेरे चार-पांच बार वापिस हो गए। दस लाख का टेंडर मेरा श्मशान घाट का रुका हुआ है। यानी मेरे द्वारा अपने क्षेत्र में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं छोड़ा,जहां पर मैने काम नहीं कराया हो।"
आपके क्षेत्र में स्कूल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कितने है। इस सवाल पर महेश पाल सिंह कहते हैं, "प्राइमरी स्कूल तीन हैं। तीनों की हालत खराब है। मेरे स्तर पर बहुत प्रयास भी किये गये। लेकिन बजट के अभाव में स्कूल की हालत ज्यों की त्यों बनी हुई है। इसके लिए इस्टीमेट भी तैयार कराया। लेकिन हुआ कुछ नहीं। वजह बजट का अभाव रहा। रहा सवाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का तो वो अभी हमारे यहां पर है ही नहीं।"
आपके क्षेत्र में पानी और सीवेज व्यवस्था की स्थिति क्या है। पानी मेरे यहां दस साल पहले की लाइन डली हुई थी। मैने पानी खुलवाया। लेकिन लाइन नहीं चली। इसके लिए प्रयासरत हूं। सीवेज व्यवस्था हमारे यहां पर हैं ही नहीं। जनता आप से कब मिल सकती है। इसके जवाब में पार्षद कहते हैं,"जनता से मिलने का टाइम है मेरा सुबह साढ़े आठ बजे से 11 बजे तक और शाम के साढ़े छह बजे से रात के आठ-नौ बजे बजे तक।"
आपका भविष्य का क्या प्लान? जी,हम पार्षद तो बीएसपी के टिकट पर बने थे। लेकिन अब तो निर्दलीय समझो। हमें तो अपने क्षेत्र का विकास कराना है। हम तो विकास के पीछे हैं। जनता ने हमें चुना ही विकास के लिए है। आप अपना रोल मॉडल किसे मानते हैं। इस सवाल पर तपाक से महेश पाल सिंह कहते हैं,"काम के हिसाब से तो हम अपना नेता मेयर को मानते हैं। क्योंकि काम तो हमारे मेयर ही कराती हैं।" नगर निगम अफसरों के सहयोग के बावत सवाल पूछने पर पार्षद कहते हैं,"काम तो नगर निगम से ही होते हैं। यह प्रधानों का खाता नहीं है कि हमारे खाते में आ गए और हमने लगा दिए। यह तो हमें छिनना पड़ता है। 15 लाख तो मेयर के अधिकार में है और दस लाख की फाइल नगर आयुक्त के अधिकार में होती है।"