Meerut Nagar Nigam Ward No.46: मेरठ वार्ड-46 यादगारपुर की पार्षद स्वाति, मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है...
Meerut Nagar Nigam Ward No.46 Yadgarpur Parshad: मेरठ नगर निगम वार्ड-46 यादगारपुर की पार्षद स्वाति कहती हैं कि मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है।
Meerut Nagar Nigam Ward No.46 Yadgarpur Parshad: 25 सालों से जिस क्षेत्र की किसी ने भी सुध नहीं ली। उस क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाली वार्ड-46 (यादगारपुर) की निगम पार्षद स्वाति की चर्चा आज चारो तरफ है। पहली बार बीजेपी के टिकट पर पार्षद बनी हैं स्वाति किसी शायर के इस मशहूर शेर के साथ अपनी बातचीत शुरु करती है- "मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है, नाउम्मीदी से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।"
इस संवाददाता से बातचीत में स्वाति कहती हैं- "मैं मोदीजी से प्रभावित होकर ही राजनीति में आई हूं। 2014 में जब मोदीजी जीते थे। तब से ही मैने सोच लिया था कि कुछ करना है। फिर 2017 में जब यूपी में हमारी सरकार बनी तो ठान लिया कि अब कुछ करना जरुर है। तबसे लेकर आज तक मैं और मेरे पति मोदीजी के नक्शे-कदम पर चल रहे हैं। जो भी सरकारी योजनाए होती हैं उनको जनता में प्रचारित करते हैं। हमने क्षेत्र में श्रम कार्ड,गोल्डन कार्ड, राशन कार्ड, पेंशन कार्ड, जरुरतमंदो की विधवा पेंशन कराई। कहने का मतलब यह है कि समाज कल्याण की जो भी सरकारी योजनाएं होती हैं, उनका जनता के बीच ना केवल प्रचार करते हैं। बल्कि जनता की मदद भी करते हैं। ताकि जरुरतमंदों के सरकारी योजनाओ का लाभ मल सके।
करीब 35 वर्षीय स्वाति कहती हैं,मैं मेरा वार्ड नया बना है। 25 साल तक हमारा क्षेत्र अब्दुल्लापुर वार्ड में आता था। इसलिए हमारे क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होते थे।नतीजन, क्षेत्र की हालत बहुत बुरी हो गई थी। मैने जीतने के बाद क्षेत्र की सड़कों, गलियों का निर्माण कराया। तब जाकर हालत ठीक हुई है। वो तो हमें मौका कम मिल सका है। क्योंकि दो साल कोरोना में चले गये। बाकी एक साल के करीब चुनाव आचार संहिता में चला गया। बावजूद इसके हमने अपने क्षेत्र में करीब 10 करोड़ रुपये के विकास के कार्य कराए हैं। क्योंकि हमारी सबसे अच्छी ट्यूनिंग रही। इसलिए हमें हमारे एमपी और एमएलए के अलावा नगर निगम अफसरों का भी पूरा सहयोग मिला।
स्वाति कहती हैं कि हमने अमृत योजना, सासंद निधि, विधायक निधि के तहत क्षेत्र में विकास के बहुत काम कराए। तब जाकर क्षेत्र की तस्वीर बदल सकी। फिलहाल अमृत योजना के तहत 4 करोड़ 8 लाख रूपये की लागत से लोहिया पार्क के सौन्दर्यकरण का कार्य चल रहा है। डूडा से ढाई करोड़ में आजादपुर में सड़के, गलियां, नालियां आदि सारे काम कराए। क्षेत्र में कई सड़के बनवाई। स्वाति आगे कहती हैं-हमारी कोशिश रहती है कि जहां से भी फंड आ सके वहां से लाया जाए और पब्लिक के वेलफेयर के काम कराए जा सकें। इसे स्वाति की सक्रियता ही कहेंगे कि वह सिर्फ पार्षद फंड पर ही निर्भर नहीं रही बल्कि सांसद निधि,विधायक निधि तो कभी विभिन्न विभागों के प्रमुखों से इलाके के विकास के लिए फंड जारी करवाने में कामयाब रही हैं।
स्वाति कहती हे- वह आगे भी इसी तरह जनता के हित के लिए वह हर मोर्चे पर कार्य करने के लिए डटी रहेंगी और जहां तक संभव होगा विकास कार्य बाधित नहीं होने देंगी।