काली नदी सेवा अभियान का आगाज, अधिकारियों ने किया श्रमदान

काली नदी सेवा अभियान की शुरुआत आज ग्राम गांवडी से आयुक्त सुरेन्द्र सिंह व जिलाधिकारी के. बालाजी ने श्रमदान कर की।

Report :  Sushil Kumar
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update:2021-06-22 17:30 IST

श्रमदान करके काली नदी सेवा अभियान की शुरुआत करते आयुक्त व जिलाधिकारी (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Meerut News: कैच द रैन कार्यक्रम के अंतर्गत काली नदी सेवा अभियान की शुरुआत आज ग्राम गांवडी से आयुक्त सुरेन्द्र सिंह व जिलाधिकारी के. बालाजी ने श्रमदान कर की। इस अवसर पर उन्होंने पौधारोपण भी किया। कैच द रैन अभियान के अंतर्गत काली नदी पूर्वी को संवारने के लिए प्लान तैयार किया गया है। प्रथम चरण में पटरी के दायीं व बांयी ओर एक-एक किमी के क्षेत्र की सफाई, चैडीकरण व पौधारोपण का कार्य 15 दिन में पूर्ण किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शशांक चौधरी, सामाजिक संस्था के प्रतिनिधि व ग्रामवासी उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि काली नदी मुजफ्फरनगर जिले के खतौली तहसील के अंतवाडा गांव से शुरू होकर मेरठ, हापुड, बुलंदशहर, अलीगढ, कासगंज, फरूर्खाबाद होते हुये कन्नौज में गंगा नदी में मिल जाती है। इसकी कुल लंबाई 598 किमी है। जिले में काली नदी की लंबाई करीब 40 किमी है। मेरठ में नदी तहसील सरधना के ग्राम नंगली से प्रवेश करते हुये ब्लाॅक खरखौदा के ग्राम अतराडा से होते हुये हापुड में प्रवेश करती है। पहले चरण में काली नदी सेवा कार्य के तहत गांवड़ी नदी के पुल (मेरठ-परीक्षितगढ़ मार्ग पर शहर से 6 किलोमीटर आगे) से दोनों तरफ का भाग लिया गया है।

आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ सुरेन्द्र सिंह ने जिलाधिकारी मेरठ को धन्यवाद दिया कि उन्होंने यह बीड़ा उठाया कि यहां की नदियो को साफ करना है, पौधारोपण कराना है तथा उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को मुबारकबाद दी कि उन्होंने इस कार्य की कार्य योजना बनायी और इस कार्य को अपने हाथ में लिया, उनको लंबे समय तक इसका पुण्य मिलेगा। उन्होंने जिला वन अधिकारी को भी मुबारकबाद दी कि उन्होंने यह बीड़ा उठाया है कि वह पटरी के दोनों ओर पौधारोपण करायेंगे तथा फलदार वृक्ष भी लगायेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग नदी की पैमाइस का कार्य एक सप्ताह में पूर्ण करें तथा नदी की पटरियों पर वन विभाग द्वारा सघन पौधारोपण किया जाए।


आयुक्त ने कहा कि हमें नदियों की खोयी हुयी व्यवस्था को व उनको पुराने स्वरूप में लाना है। उन्होंने कहा कि काली नदी के समीप पूर्व में सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट लगाने पर कार्य चल रहा था। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि वह इस कार्य को देखे तथा आगे बढ़ायें। उन्होंने कहा कि जनपद में जितने भी सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट संचालित है उनमें यह सुनिश्चित किया जाये कि उनसे निकलने वाले जल का शुद्धिकरण आवश्यक रूप से हो। उन्होंने कहा कि नदियों को शुद्ध रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि नदियां हमारी बेसिक लाइफ लाइन है।

आयुक्त ने कहा कि हमें सबको मिलकर नदियों व तालाबों को उनके वास्तविक स्वरूप में लाना है, इसके लिए सामाजिक संस्थाओं व आमजन को आगे आकर योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस वे के किनारे तीन लेयर/कोर में जंगल बनाने पर भी कार्य किया जाये। उन्होंने कहा कि कृषि भूमि का सदुपयोग इस कार्य हेतु किया जाये।

जिलाधिकारी के. बालाजी ने आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ को धन्यवाद दिया कि उन्होंने अपना समय निकाल कर इस कार्यक्रम को कराने का मौका दिया। उन्होंने बताया कि प्रशासन इस कार्य को पूरी जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ायेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान में जो भी लोग जुड़ना चाहेंगे वह उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान भी इसमें बढ़ चढकर हिस्सा लें तथा इस कार्य में जो भी अड़चने आयेगी उसे दूर किया जायेगा तथा कार्य निर्बाध रूप से जारी रहे इस पर जोर दिया जायेगा।

जिलाधिकारी ने बताया कि अभियान में मनरेगा मजदूरों को भी लगाया गया है तथा पोर्कलेन मशीन, जेसीबी मशीन भी लगायी गयी है। काली नदी सेवा अभियान में सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई, वन विभाग, ब्लाॅक, राजस्व व अन्य विभाग शामिल रहेंगे तथा सामाजिक संस्थाओं व आमजन को भी श्रमदान के लिए प्रेरित किया गया है। उन्होंने कहा कि काली नदी की सफाई के लिए सभी पहलूओं को दृष्टिगत रखते हुये कार्य किया जायेगा।

मुख्य विकास अधिकारी शशांक चैधरी ने कहा कि जल संवर्द्धन व संरक्षण पर कार्य चल रहा है तथा काली नदी पूर्वी के पुनर्जीवन के लिए एक योजना बनायी गयी है, जिसको मूर्त रूप दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आयुक्त व जिलाधिकारी के मार्गदर्शन व दिशा-निर्देशन में यह कार्य कराया जा रहा है।

जिला वन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि सलावा में स्पोर्टस यूनिवर्सिटी की भूमि के बदले भूमि मिलने पर क्षतिपूरक वनीकरण वन विभाग द्वारा कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा काली नदी के दोनों ओर स्थित पटरियों पर चिन्हांकन का कार्य किया जायेगा। काली नदी सेवा अभियान में जैसे जैसे कार्य आगे बढ़ेगा उसी के अनुरूप वन विभाग पौधारोपण का कार्य करायेगा। उन्होंने बताया कि आज 25 पौधों का रोपण कर कार्य की शुरुआत की गयी है जो कि आगे जारी रहेगी। उन्होने बताया कि जनपद मे 29 लाख पौधारोपण का लक्ष्य है।

इस अवसर पर जिला वन अधिकारी राजेश कुमार, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता आशुतोष सारस्वत, डीडीओ, नीर फाउण्डेशन के रमन त्यागी सहित अन्य अधिकारीगण, ग्रामवासी आदि उपस्थित रहे।

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