Meerut News: सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने छात्र छात्राओं को दिया संसद की कार्यप्रणाली देखने का निमंत्रण
Meerut News Today: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में विशिष्ट व्याख्यान "संसदीय प्रक्रिया के विभिन्न आयाम "का आयोजन किया गया।
Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (Chaudhary Charan Singh University) के राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में विशिष्ट व्याख्यान "संसदीय प्रक्रिया के विभिन्न आयाम "का आयोजन किया गया। विशिष्ट व्याख्यान का शुभारंभ भाजपा के स्थानीय सांसद राजेंद्र अग्रवाल, विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा व डॉ केसी गुप्ता ने दीप प्रज्वलन कर किया। प्रोफेसर पवन कुमार शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया एवं परिचय भी कराया।
संसद की सार्वभौमिकता निर्विवाद है: सांसद
इस मौके पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मुख्य वक्तव्य में संसदीय प्रक्रिया की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तारपूर्वक एवं बहुत ही सहज ,सरल एवं स्पष्ट शब्दों में बताया। सांसद ने कहा कि संसद की सार्वभौमिकता निर्विवाद है ।संसद के अंदर सांसद सदस्य किस प्रकार प्रश्न पूछते हैं? किस प्रकार अपने क्षेत्र से जुड़ी हुई समस्याओं एवं विषयों को उठाते हैं? और व्यवहारिक रुप से संसद किस तरह कार्य करती है, इसके बारे में विद्यार्थियो को बताया। उन्होंने राजनीति विज्ञान विभाग के छात्र-छात्राओं एवं अन्य विभाग से आए हुए छात्र छात्राओं को संसद की कार्यप्रणाली देखने के लिए निमंत्रण भी दिया।
सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने आगे कहा कि संसद में बजट किस तरह पारित किया जाता है और उसके लिए कितने सत्र आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने संसद की कार्य प्रणाली की शुरुआत 11 बजे सुबह से होती है और 6:30 शाम तक तक चलती है। सबसे पहले संसद में प्रश्न प्रहर होता है जिसके अंतर्गत सांसद सदस्य तारांकित व अतारांकित प्रश्न पूछ सकते हैं ? संसद के बारे में विस्तृत रूप से विद्यार्थीयों को जानकारी दी कि किस तरह प्रश्नों का चुनाव होता है? एवं फिर किस तरह संसद सदस्य प्रश्न पूछते हैं? और 1 दिन में कितने प्रश्न पूछ सकते हैं?
प्रश्नकाल, शून्यकाल एवं चर्चा सत्र के स्वरूप के बारे में की चर्चा
सांसद ने लोकसभा की कार्यवाही के अंतर्गत प्रश्नकाल, शून्यकाल एवं चर्चा सत्र के स्वरूप के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। सांसद ने यह भी बताया की संसदीय समितियों के सदस्यों का चयन किस प्रकार किया जाता है तथा संसदीय समितियों के गठन तथा उनकी प्रासंगिकता के बारे में बताया। सांसद ने अपने भाषण के उपरान्त विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधान किया एवं विद्यार्थियों की जिज्ञासा को शांत किया।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर संजीव कुमार शर्मा ने भारतीय संसद एवं राज्यों की विधानसभाओं में घटती बैठकों के बारे में चिंता व्यक्त की। मंच का संचालन कुमारी पायल शोध छात्रा राजनीति विज्ञान विभाग ने किया।
ये रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ सुषमा रामपाल, डॉक्टर देवेंद्र उज्जवल, डॉक्टर भूपेंद्र प्रताप ,डॉक्टर जयवीर राणा, डॉ रवि पोसवाल, नितिन त्यागी, यतेंद्र, भानु, रजत, गगन, काव्या, चित्रा आदि का सहयोग रहा।