Meerut News: पश्चिम यूपी में BJP के जाट और ठाकुर नेता आमने-सामने, मुख्यमंत्री भी गिले-शिकवे नहीं कर सके दूर
Meerut News: दोनो में काफी अर्से से छत्तीस का आंकड़ा चला आ रहा है। मुख्यमंत्री मंत्री समेत कई बड़े नेताओं की काफी कोशिशों के बाद भी तल्खी कम होने का नाम नहीं ले रही है।
Meerut News: पश्चिमी यूपी में भारतीय जनता पार्टी के लिए राह आसान होती नहीं दिख रही है। पहले जयंत चौधरी भाजपा की जीत की राह में रोड़ा बने थे। उनको अपने पक्ष में किया तो अब भाजपा को ठाकुरों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। यहां बात हो रही है बीजेपी के जाट नेता संजीव बालियान और पार्टी के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम की। दोनो में काफी अर्से से छत्तीस का आंकड़ा चला आ रहा है। मुख्यमंत्री समेत कई बड़े नेताओं की काफी कोशिशों के बाद भी दोनो नेताओं के बीच एक-दूसरे के लिए तल्खी कम होने का नाम नहीं ले रही है।
डैमेज कंट्रोल के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को एक बार फिर मेरठ पहुंचे थे। उन्होंने ठाकुर चौबीसी इलाके में सभा कर ठाकुरो को शांत कर दोनो नेताओं के गिले-शिकवे दूर करने की कोशिश भी की। लेकिन,उनके जाते ही मामला फिर जहां का तहां दिख रहा है। यही नहीं मुख्यमंत्री की सभा में संगीत सोम के पक्ष और संजीव बालियान के विपक्ष में नारेबाजी भी हुई। पार्टी के इन दोनो बड़े नेताओं के बीत तल्खी सभा के दौरान उस समय भी सामने आ जब संगीत सोम ने अपने करीब दो मिनट के संबोधन में कहीं भी संजीव बालियान का नाम नहीं लिया। जबकि संजीव बालियान के लोकसभा क्षेत्र में ही सभा हो रही थी। संजीव बालियान ने संबोधन में संगीत सोम का नाम तो लिया। लेकिन,नाम के बाद जी लगाने से परहेज कियाय़।
सभा उपरान्त जैसे ही मीडिया ने ठाकुर संगीत सोम को घेर कर उनसे बात करने की कोशिश की तो संगीत सोम ने संजीव बालियान का नाम लिये बगैर कहा कि गुंडे पालेंगे वो,लोगो के बीच 10 साल नहीं जाएंगे वो। लोगों से बदसलूकी करेंगे वो। कहा कि हम विकास की राजनीति करते हैं। इस सवाल पर की क्या वो संजीव बालियान का चुनाव प्रचार करेंगे। तमतमाते हुए संगीत सोम ने कहा कि वह तो सिर्फ भाजपा का प्रचार करते हैं। जब उनसे बालियान से नाराजगी को ल्कर सवाल किया गया तो भाजपा के इस फायर ब्रांड नेता कहा कि उनका स्तर नहीं है मुझसे बात करने का।
मुजफ्फरनगर से आगामी लोकसभा सीट पर राजनीतिक जंग
दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक जंग के कारणों पर नजर डाले तो सरधना विधान सभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम पूर्व में सपा से मुजफ्फरनगर लोकसभा से चुनाव भी लड़े थे, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद इन्होंने सरधना विधान सभा से दो बार भाजपा के बैनर तले चुनाव लड़ा और बहुमत से जीत दर्ज की, लेकिन इस बार उन्हें सरधना विधान सभा से हार का मुंह देखना पड़ा। इस बार भाजपा के फायर ब्रांड कहे जाने वाले संगीत सोम की निगाह मुजफ्फरनगर से आगामी लोकसभा सीट पर लेकर थी, जिसकी जानकारी मुजफ्फरनगर सांसद संजीव बालियान को लगी और यही से शुरू हुई दो नेताओं के बीच की राजनीतिक जंग।