Meerut News: कांग्रेस ने फूंका लोकसभा चुनाव का बिगुल, यूपी जोड़ो यात्रा' कल से होगी शुरु,

Meerut News: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी क्या इस यात्रा में शामिल होंगे। इस सवाल पर कांग्रेस के इस नेता ने कहा कि क्यों नहीं राहुल गांधी जी भी अल्प अवधि के लिए ही सही पर प्रदेश यात्रा में शामिल होंगे।

Report :  Sushil Kumar
Update: 2023-12-19 08:31 GMT

सांकेतिक तस्वीर (सोशल मीडिया)

Meerut News: आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने और राज्य के पश्चिमी हिस्से के उन जिलों तक पहुंचने के लिए, जहां बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाता हैं, अपनी पिछली भारत जोड़ो यात्रा की तरह ही ' यूपी जोड़ो यात्रा' 20 दिसंबर से शुरू करने जा रही है। यात्रा में पार्टी के सभी शीर्ष कांग्रेस नेता बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे ही पार्टी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी अल्प अवधि के लिए प्रदेश यात्रा में शामिल होंगे।

यहां से शुरु होगी यूपी जोड़ो यात्रा

सहारनपुर के गंगोह से माँ शाकम्भरी देवी के दर्शन के साथ शुरु यात्रा 11 जिलों और 15 संसदीय क्षेत्रों को कवर करते हुए जनवरी के दूसरे सप्ताह के आसपास लखनऊ में समाप्त होगी। यात्रा के लिए जिन मार्गों का चयन किया गया है उससे पर्यवेक्षकों का दावा है कि पार्टी का एकमात्र उद्देश्य मुस्लिमों तक पहुंच बनाना है। गौरतलब है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से अल्पसंख्यक मुसलमान भी बड़ी तादाद में जुड़े थे। हाल के दशकों में उत्तर प्रदेश में मुसलमान समाजवादी पार्टी के साथ रहे हैं. लेकिन अब उनमें कांग्रेस की तरफ़ झुकाव बढ़ता दिख रहा है।

यही वजह है कि खास रणनीति के तहत यूपी जोड़ो यात्रा के लिए 11 जिलों में से सात - मुरादाबाद, बरेली, बिजनौर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, अमरोहा और रामपुर में मुस्लिम आबादी अधिक है। आंकड़ों पर नजर डालें तो, इनमें से प्रत्येक जिले में मुसलमानों की आबादी 35% से अधिक है, जो कुल मिलाकर दस संसदीय सीटें बनाती हैं। मुरादाबाद में, मुसलमानों की आबादी लगभग 47% है, साथ ही रामपुर में लगभग 51%, बिजनौर में 43%, सहारनपुर में 42%, मुज़फ़्फ़रनगर और अमरोहा में 41% और बरेली में लगभग 35% हैं। यात्रा के मार्ग पर अन्य जिले शाहजहाँपुर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी और लखनऊ हैं। कुछ चुनिंदा जिलों, जैसे-बिजनौर, सहारनपुर और मुज़फ़्फ़रनगर में भी दलितों की अच्छी-खासी संख्या है। 2009 में भी जब कांग्रेस ने यूपी से 21 सीटें जीती थीं। संसदीय चुनावों में, मुस्लिम समर्थन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी, हरिकिशन शास्त्री, सुनील शास्त्री, निर्मल खत्री जैसी कद्दावर पार्टी नेताओं के साथ काम कर चुके पार्टी के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता चौधरी यशपाल सिंह कहते हैं- यह सच है कि जिन जिलों से यात्रा गुजरेगी उनमें से अधिकांश जिलों में बड़ी मुस्लिम आबादी है, और हमारी यात्रा के दौरान, हम उनसे मिलेंगे और उनकी शिकायतें सुनेंगे क्योंकि वे भी समान नागरिक हैं," चौधरी यशपाल सिंह जो कि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव भी हैं आगे कहते हैं, वैसे यात्रा जिस क्षेत्र से होकर गुजरेगी वह किसानों, कारीगरों और सेना के जवानों का क्षेत्र माना जाता है। हम उनकी बात सुनेंगे और उन्हें डबल इंजन भाजपा शासन की किसान विरोधी और गरीब विरोधी नीतियों के बारे में जागरूक करेंगे।

यूपी जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी क्या इस यात्रा में शामिल होंगे। इस सवाल पर कांग्रेस के इस नेता ने कहा कि क्यों नहीं राहुल गांधी जी भी अल्प अवधि के लिए ही सही पर प्रदेश यात्रा में शामिल होंगे। ऐसी पूरी संभावना है। उधर, कांग्रेस के पूर्व विधायक इमरान मसूद का कहना है इस यात्रा के जरिये करीब 15 लोकसभा क्षेत्र कवर होंगे। यात्रा सहारनपुर जिले से होते हुए मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी और फिर सीतापुर जिले में समाप्त होगी। यात्रा के दौरान माँ शाकुम्भरी देवी के दर्शन का कार्यक्रम, गगोह में सूफी संत हजरत कुतुबे आलम की दरगाह पर चादर चढ़ाने का कार्यक्रम, सीतापुर स्थित तीर्थ स्थल नैमिषारण्य दर्शन का कार्यक्रम रखा गया है।

दरअसल, मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत विफल रहने के बाद यूपी जैसे बड़े राज्य को लेकर कांग्रेस किसी तरह की ढील देने के मूड में नहीं है। इस यात्रा का उद्देश्य जैसा कि विश्लेषक कहते हैं- यात्रा का मुख्य उद्देश्य कैडर को 2024 के लिए खुद को तैयार करने के लिए ऊर्जा देना है, चाहे इंडिया गठबंधन में कुछ भी हो।  न

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