Meerut News: डॉ. अतुल कृष्ण बोले-सनातन के सभी पंथ व मत चंदन की लकड़ी के समान पवित्र हैं

Meerut News: डॉ. अतुल कृष्ण ने कहा कि सनातन एक भावना है, जिसका सीधा संबंध सांसारिक व्यवहार से है। यदि कोई व्यक्ति प्रेम, करुणा, मैत्री, समता, सद्भावना और समन्वय में विश्वास रखता है, तो वह सनातनी है।

Report :  Sushil Kumar
Update:2025-01-01 17:22 IST

डॉ. अतुल कृष्ण बोले-सनातन के सभी पंथ व मत चंदन की लकड़ी के समान पवित्र हैं (newstrack)

Meerut News: भूपखेड़ी स्थित श्री श्री 12001 परमहंस राम रतन जी महाराज आश्रम ट्रस्ट की ओर से सनातन सम्मेलन एवं भजन संध्या का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सुभारती ग्रुप के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण ने अपने संबोधन में कहा कि जिन संप्रदायों और मतों में प्रेम, करुणा, मैत्री, समता और समन्वय है, वे सभी चंदन की तरह पवित्र और महत्वपूर्ण हैं और सनातन की डोर उन्हें एक साथ बांधे रखती है। इससे पहले सम्मेलन में पहुंचने पर स्वामी गौरवानंद महात्मा ने परमहंस राम रतन जी महाराज आश्रम ट्रस्ट की ओर से डॉ. अतुल कृष्ण का भव्य स्वागत किया।

डॉ. अतुल कृष्ण ने कहा कि सनातन एक भावना है, जिसका सीधा संबंध सांसारिक व्यवहार से है। यदि कोई व्यक्ति प्रेम, करुणा, मैत्री, समता, सद्भावना और समन्वय में विश्वास रखता है, तो वह सनातनी है। हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख के अलावा यदि मुस्लिम, ईसाई, यहूदी, पारसी में भी यह भावना है, तो वे भी सनातनी होंगे। उन्होंने आगे कहा कि सनातन राष्ट्र बनाने के लिए बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के आदर्शों को आत्मसात करना होगा।

सनातन को मजबूत करने के लिए जातिविहीन समाज की स्थापना करना बहुत जरूरी है। उन्होंने सभी को जाति व्यवस्था के भेदभाव को समाप्त करने और समानता व सद्भावना के साथ राष्ट्रहित में जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। स्वामी गौरवानंद महात्मा ने कहा कि आज विश्व को सनातन की जरूरत है। विश्व में फैल रही हिंसा, अत्याचार और चरमपंथी स्थिति को सनातन भाव से ही समाप्त किया जा सकता है।

उन्होंने सुभारती ग्रुप के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण द्वारा जातिविहीन समाज और सनातन राष्ट्र के लिए किए जा रहे गौरवशाली कार्यों की सराहना की। इस अवसर पर अनिल अज्ञात, विवेक सोम सहित राजदरबार परमात्मा नंद आश्रम ट्रस्ट के पदाधिकारी और श्रद्धालु बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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