Good News: मेरठवासियों का राह होगा आसान, 27 करोड़ से 24 सड़कों का होगा निर्माण
Meerut News: मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने आज इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 24 सड़कों का टेंडर फाइनल कराकर वर्क आर्डर जारी करा दिया गया है। अगस्त महीने से नगर निगम में शहर की प्रमुख सड़कों को लेकर टेंडर-टेंडर का खेल चल रहा था।
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ के लोगो को बहुत जल्द टूटी सड़को से राहत मिलने वाली है। करीब 27 करोड़ की लागत से शहर की 24 सड़कों के निर्माण का आखिरकार आदेश भी जारी हो गया। मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने आज इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 24 सड़कों का टेंडर फाइनल कराकर वर्क आर्डर जारी करा दिया गया है। अगस्त महीने से नगर निगम में शहर की प्रमुख सड़कों को लेकर टेंडर-टेंडर का खेल चल रहा था। पहले 24 सड़कों को गुजरात, महाराष्ट्र की तरह व्हाइट टॉपिंग सड़क निर्माण का प्रस्ताव था, लेकिन ठेकेदारों ने इस पर ब्रेक लगा दिया। इस कारण नगर निगम को चार-चार बार टेंडर करना पड़ा। अंत में सीसी रोड़ निर्माण पर ठेकेदार सहमत हुए। इन सभी सड़कों का काम 15वें वित्त आयोग के पैसे से होना है।
अधिकांश सड़के गड्ढों में हो गई हैं तब्दील
बता दें कि नगर निगम की नई सरकार 13 मई 2023 को बनी थी। भाजपा नेता हरिकांत अहलूवालिया महापौर बने। ट्रिपल इंजन की सरकार बनने के साथ ही मेरठ शहर के विकास की उम्मीदें भी तीन गुना हो गईं। लेकिन जनता को न तो अभी तक कोई नई सड़क मिली न ही सड़कों के गड्ढे ही भरे गए।
फिलहाल, मेरठ की अधिकांश सड़के गड्ढों में तब्दील हो गई हैं जबकि पूर्व में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार यूपी की सड़कों को गड्डा मुक्त करने की बात कह चुके हैं। लेकिन मेरठ की अधिकांश सड़कें अभी भी बदहाल ही हैं। व्यापारियों ने मेरठ छावनी परिषद समेत कैंट विधायक को टूटी सड़कों की मरम्मत के लिए पत्र भी लिखे और उनसे मुलाकात भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
बहरहाल, दशहरे की छुट्टी से ठीक पहले मेयर और नगर आयुक्त के निर्देश पर 24 सड़कों के निर्माण का टेंडर फाइनल कर वर्क आर्डर जारी कर दिया। यही नही बागपत रोड समेत कुछ इलाकों में काम शुरू भी कर दिया गया। श्री बाबा कालेश्वर मंदिर मार्ग मेहताब सिनेमा से भैंसाली गुरुद्वारा तक सड़क निर्माण का लोकार्पण सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने किया। यह सड़क 20 वर्षों से टूटी पड़ी थी और सड़क पर कूड़ा घर बना था, जिस कारण सदर क्षेत्र की जनता ने इस रास्ते से निकलना बंद कर दिया था।