Meerut News: भाजपा में खींचतान, महानगर मंडल अध्यक्षों के नाम नहीं हो रहे घोषित
Meerut News: अभी मंडल अध्यक्षों की घोषणा को लेकर कोई तिथि तय नहीं है। एक तरह से मंडल अध्यक्षों की सूची ठंडे बस्ते में चली गई है।;
Meerut News: भाजपा के मेरठ महानगर के मंडल अध्यक्षों को लेकर असमंजस सोमवार को भी गहराता रहा। शनिवार को लखनऊ में हुई बैठक के बाद जिला चुनाव अधिकारी एमएलसी सलिल विश्नोई ने रविवार को मंडल अध्यक्षों की सूची जारी करने की बात कही थी, लेकिन रविवार को सुबह से लेकर रात तक मंडल अध्यक्षों की घोषणा की प्रतीक्षा होती रही। सोमवार को भी भाजपा नेता भी लगातार लखनऊ में बड़े नेताओं से संपर्क करने में लगे रहे, लेकिन वहां से भी कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
पार्टी सूत्रों की मानें तो अभी मंडल अध्यक्षों की घोषणा को लेकर कोई तिथि तय नहीं है। एक तरह से मंडल अध्यक्षों की सूची ठंडे बस्ते में चली गई है। मंडल अध्यक्षों की घोषणा के बिना ही नौ और दस जनवरी को जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया होगी।
अध्यक्षों के नाम की घोषणा का इंतज़ार
भाजपा में गुटबाजी और खींचतान का असर है कि मेरठ महानगर के मंडल अध्यक्षों की घोषणा फंसी हुई है। अपने अपने लोगों को मंडल अध्यक्ष बनवाने के लिये पार्टी के स्थानीय बड़े नेता जोर लगाये हुये हैं। उनकी जोर आजमाइश में ही कैंट विधानसभा क्षेत्र के मेरठ महानगर मंडल अध्यक्षों की घोषणा फंसी हुई है। जबकि मेरठ जिले के देहात क्षेत्र के 15 मंडल अध्यक्षों व जिला प्रतिनिधियों की सूची जारी कर दी गई।
जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा के गृह विधानसभा क्षेत्र सरधना के चार मंडल अध्यक्षों के अलावा मेरठ महानगर के 16 मंडल अध्यक्षों की घोषणा भी होल्ड कर दी गई। भाजपा के 15 मंडल अध्यक्षों में जातिगत समीकरण का ध्यान रखा गया है। सबसे ज्यादा जाट और गुर्जर समाज से चार-चार मंडल अध्यक्ष बने हैं। ब्राह्मण, ठाकुर, त्यागी समाज से दो-दो मंडल अध्यक्ष बनाए गए हैं। सैनी समाज से एक मंडल अध्यक्ष की घोषणा हुई है। इसी तरह जिला प्रतिनिधियों में वैश्य समाज से तीन, ब्राह्मण समाज से चार, सैनी समाज से तीन, गोस्वामी, पंजाबी, त्यागी, जाट, कश्यप समाज से एक-एक की घोषणा हुई है।