Meerut News: मानसिक रूप से बीमार किशोरी की झूठी सूचना पर पुलिस में मचा हड़कंप
Meerut News: । रेलवे पुलिस की सूचना पर स्थानीय पुलिस के साथ ही एलआईयू के अधिकारी किशोरी से पूछताछ करने जीआरपी थाने पहुंचे। पूछताछ में किशोरी अपने माता-पिता का नाम और फोन नंबर नहीं बता पाई।
Meerut News: मानसिक बीमारी से पीड़ित एक 16 वर्षीय किशोरी ने रेलवे पुलिस में खुद को पाकिस्तानी बताते हुए पासपोर्ट और रुपये चोरी हो जाने की सूचना दी। इस सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गया। रेलवे पुलिस की सूचना पर स्थानीय पुलिस के साथ ही एलआईयू के अधिकारी किशोरी से पूछताछ करने जीआरपी थाने पहुंचे। पूछताछ में किशोरी अपने माता-पिता का नाम और फोन नंबर नहीं बता पाई। ऐसे में पुलिस को किशोरी की बातो पर शक हुआ,जिसके बाद युवती से गहराई से पूछताछ की गई। पुलिस ने किशोरी के पास से मिले मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो पता चला कि किशोरी पाकिस्तान की नहीं बल्कि मेरठ के कोतवाली नगर थाना क्षेत्र के गुदड़ी बाजार इलाके की निवासी है। वह मानसिक रूप से बीमार है। सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
थाना कोतवाली प्रभारी नरेश कुमार ने न्यूजट्रैक को आज सुबह बताया कि मानसिक रुप से बीमार होने के कारण किशोरी इससे पहले भी इसी तरह से घर वालो को बना बताए घर से भाग चुकी है। बता दें कि किशोरी मुरादाबाद निवासी एक युवक को देहरादून स्टेशन पर रविवार को मिली थी। निखिल नाम का यह युवक शिमला से लौटते समय बस से देहरादून पहुंचा था, वहां से उसका ट्रेन में मुरादाबाद के लिए रिजर्वेशन था। युवक ने पुलिस को बताया कि किशोरी ने खुद को पाकिस्तानी बताया था । किशोरी का कहना था कि वह पाकिस्तान से फ्लाइट के जरिये दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। उसे मुंबई अपने मामा के यहां जाना है लेकिन पासपोर्ट और रुपये चोरी हो गए हैं। दिल्ली से बस में बैठी तो देहरादून पहुंच गई।
जीआरपी पुलिस को कराची की निवासी बताया
युवक किशोरी को ट्रेन में बैठाकर मुरादाबाद ले आया। यहां सोमवार को किशोरी को लेकर निखिल और उसकी मां शाम मुरादाबाद जीआरपी थाने लेकर पहुंचे। जीआरपी पुलिस को भी किशोरी ने खुद को पाकिस्तान के कराची का निवासी बताया और कहा कि भटक कर यहां आ गई है। हालांकि बार-बार पूछने पर भी किशोरी अपने माता-पिता का नाम और फोन नंबर नहीं बता पाई। इस पर जीआरपी ने स्थानीय पुलिस व एलआईयू को किशोरी की बावत जानकारी दी। पुलिस अफसरो ने जीआरपी थाने पहुंचकर युवती से पूछताछ की। पूछताछ में किशोरी के पास से एक मोबाइल नम्बर मिला। इस नम्बर पर फोन करने पर फोन सुनने वाले ने खुद को किशोरी का भाई और मेरठ निवासी बताते हुए कहा कि उसकी बहन मानसिक रूप से बीमार है।