Meerut: RLD का केन्द्रीय कार्यालय बना विपक्षी नेताओं का भर्ती मेला, जयंत बढ़ा रहे कुनबा

Meerut: इंडिया गठबंधन को अलविदा कहकर एनडीए में हाल ही में शामिल होने के बाद राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह न सर्फ सत्ता पक्ष में रंगे दिख रहे हैं।

Report :  Sushil Kumar
Update:2024-03-14 17:06 IST

आरएलडी का केन्द्रीय कार्यालय बना विपक्षी नेताओं का भर्ती मेला (न्यूजट्रैक)

Meerut News: इंडिया गठबंधन को अलविदा कहकर एनडीए में हाल ही में शामिल होने के बाद राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह न सर्फ सत्ता पक्ष में रंगे दिख रहे हैं। बल्कि इंडिया गठबंधन की हवा निकालने की कोशिशों में भी तेजी से जुटे हैं। इंडिया गठबंधन को कमजोर करने के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के लिए उन्होंने पार्टी के नई दिल्ली स्थित केन्द्रीय कार्यालय पर भर्ती मेला खोल लिया है। जहां पर सबको न्योता है, आओ और पार्टी में शामिल हो जाओ।

वैसे, सत्ता पक्ष में होने के कारण जयंत को इसमें कामयाबी मिल भी रही है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के कई बड़े स्थानीय नेता जयंत के समक्ष अपनी पार्टी छोड़ने का एलान कर रालोद की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं। इस क्रम में आज राष्ट्रीय लोकदल के नई दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में जयंत सिंह की उपस्थिति में नगर पंचायत हर्रा के चेयरमैन कुंवर मोहब्बत अली ने समाजवादी पार्टी छोड़कर राष्ट्रीय लोकदल की सदस्यता ग्रहण की।

इसके अलावा कांग्रेस के मेरठ के पूर्व जिला अध्यक्ष विनय प्रधान ने राष्ट्रीय लोकदल की सदस्यता ग्रहण की। रालोद प्रवक्ता आतिर रिजवी के अनुसार काफी समय से राजनीति में सक्रिय विनय प्रधान दिल्ली करोड़ीमल कॉलेज मैं अध्यक्ष रहे चुके है। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी में भी विभिन्न राजनीतिक पदों पर रहे चुके हैं। पार्टी प्रवक्ता ने इन दोनो नेताओं का पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया है। इससे पहले मेरठ में समाजवादी पार्टी के नेता और हस्तिनापुर विधानसभा सीट के पूर्व विधायक गोपाल काली ने सपा छोड़कर आरएलडी की सदस्यता ले ली।

उन्होंने भी आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के समक्ष दिल्ली में रालोद की सदस्यता ली थी । नगर निगम मेरठ से आम आदमी पार्टी की मेयर प्रत्याशी रहीं ऋचा सिंह भी दिल्ली में जयंत के समक्ष आम आदमी पार्टी छोड़कर आरएलडी की सदस्यता ग्रहण करने वालों में शामिल हैं। कई दूसरे सियासी दलों के लोग भी आरएलडी में शामिल हो चुके हैं। दरअसल, इंडिया गठबंधन से बाहर होकर एनडीए में शामिल होने के बाद से लगातार आरएलडी का कुनबा बढ़ता जा रहा है।

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