UP News : सोशल मीडिया पर तेंदुए के दिखने की गलत सूचना फैलाने पर होगी कार्रवाई, वन विभाग ने दी चेतावनी

UP News: वन विभाग ने उन लोगों को चेतावनी दी है और कहा है कि उन लोगों पर अब कार्यवाही होगी जो सोशल मीडिया पर तेंदुए दिखने की झूठी खबरें फैला रहे हैं।

Report :  Sushil Kumar
Update:2024-09-13 14:06 IST

UP News (Image Credit-Social Media)

UP News: मेरठ 13 सितंबर। अगर आप सोशल मीडिया पर तेंदुए के झूठे दिखने की गलत सूचना फैलाते हैं तो कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहे। तेंदुए के देखे जाने के संबंध में सोशल मीडिया पर फैल रही गलत सूचनाओं को वन विभाग ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय वन विभाग अधिकारियों ने लोगों से अनावश्यक घबराहट और भय को रोकने के लिए असत्यापित रिपोर्टों को साझा करने से बचने का आग्रह किया। डीएफओ राजेश कुमार ने आज कहा, "व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से गलत सूचना अक्सर निवासियों में तेंदुए के झूठे दिखने के बारे में घबराहट और चिंता पैदा करती है। ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए निवासियों के पास सटीक जानकारी होना ज़रूरी है।" डीएफओ ने निवासियों को सटीक जानकारी उपलब्ध कराने के महत्व पर बल दिया।

दरअसल, पिछले दिनों जैसा कि वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरधना रेंज के कस्बा करनावाल में किसी व्यक्ति द्वारा सी0सी0टी0वी0 फुटेज वायरल कर दी गयी। उक्त फुटेज बिना जॉच परख किये तथा वन विभाग के साथ साझा कर बिना पुमिट के समाचार प्रकाशित कर दिया गया। विभाग की जानकारी में आने पर वन्य जीव एक्सपर्ट से जानकारी की गयी। वन्य जीव एक्सपर्ट द्वारा लैपर्ड न होना बताया तथा जंगली बिल्ली बतायी गयी। वन विभाग की टीम द्वारा इसकी पुमिट मौके पर पगचिन्ह इत्यादि से की गयी है। इसी तरह। ग्राम फतेहपुर नारायणपुर में ग्रामीण द्वारा दी गयी सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम लगाकर बताये गये क्षेत्र में कुम्बिग आपरेशन कराया गया है। कुम्बिंग आपरेशन में लैपर्ड एवं अन्य वन्य जीव की उपस्थिति नग्ण्य पायी गयी है। साथ ही क्षेत्र में जागरूकता के प्रोग्राम चलाये जा रहे है।

वन विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में स्थानीय मीडिया से अपील की है कि तेन्दुऑ सम्बन्धी किसी भी समाचार की बिना पुष्टि या बिना वन विभाग का मत प्राप्त किये छपाने से बचा जाए ।ताकि जनसामान्य में सामान्य माहौल रखा जा सके एवं अनावश्यक भय माहौल बनने से रोका जा सकें। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उक्त के अतिरिक्त काफी जगहों पर भ्रामक सूचनाऐ भी कुछ शरारती तत्वों द्वारा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी वन्य जीव भ्रामक सूचना वायरल करके भय का माहौल बनाने की स्थिति में आई0टी एक्ट की सुसंगत धाराओं में कार्यवाही भी की जा सकती है।

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