Milkipur By-Election: बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने सबको चौंकाया, BJP और योगी का साथ देने की अपील
Milkipur By-Election: मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में 5 फरवरी को मतदान होने वाला है और उसके पहले इकबाल अंसारी की अपील को सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है।;
Milkipur By-Election: मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में जीत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी की ओर से जोरदार कोशिश की जा रही है। इस उपचुनाव को दोनों दलों के बीच प्रतिष्ठा की जंग माना जा रहा है। इस उपचुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
इस बीच बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भाजपा के पक्ष में अपील जारी करके हर किसी को चौंका दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों के कारण आज अयोध्या का रंग रूप बदल गया है। अयोध्या में विकास के ढेर सारे काम किए गए हैं। ऐसे में मिल्कीपुर के लोगों को भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साथ देना चाहिए।
मिल्कीपुर के लोग योगी का साथ दें
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में 5 फरवरी को मतदान होने वाला है और उसके पहले इकबाल अंसारी की अपील को सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है। इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या में सड़क, पार्क, कुंड और अन्य सारी चीजों को दुरुस्त बनाने का प्रयास किया गया है। अयोध्या के प्रति देश-दुनिया में काफी आकर्षण दिख रहा है। इस कारण यहां के लोगों को योगी और भाजपा का साथ देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर उपचुनाव में मेरी दुआ है कि भाजपा जीते और यहां पर कमल खिले। उन्होंने कहा कि मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान भी भाजपा के लिए दुआ मांगी थी और अल्लाह ने मेरी दुआ सुन ली। लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा को जीत हासिल हुई और नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बने। अब मैंने मिल्कीपुर उपचुनाव में भी भाजपा के लिए दुआ मांगी है।
उपचुनाव में हो रहा कड़ा मुकाबला
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की ओर से चंद्रभानु पासवान को प्रत्याशी बनाया गया है। पासी समाज से ताल्लुक रखने वाले चंद्रभानु पासवान ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत लगा रखी है। उनकी मदद के लिए योगी सरकार के कई मंत्री मिल्कीपुर में डेरा डाले हुए हैं। इन मंत्रियों को अलग-अलग बिरादरियों में समीकरण साधने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान अयोध्या में जीत हासिल करके पूरे देश में सनसनी फैलाने वाले अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को अपना प्रत्याशी बनाया है। सपा प्रत्याशी का समीकरण साधने के लिए सपा मुखिया अखिलेश यादव भी जल्द ही मिल्कीपुर पहुंचने वाले हैं। बेटे की जीत के लिए अवधेश प्रसाद ने भी इलाके में डेरा डाल रखा है।
भाजपा के लिए क्यों अहम है उपचुनाव
भाजपा के लिए यह उपचुनाव इसलिए महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि पार्टी उपचुनाव में जीत हासिल करके लोकसभा चुनाव के दौरान अयोध्या में मिली हार का बदला लेना चाहती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपचुनाव को प्रतिष्ठा का सवाल बना दिया है और वे उपचुनाव से पूर्व कई बार मिल्कीपुर का दौरा कर चुके हैं।
2017 में इस विधानसभा सीट पर भाजपा के बाबा गोरखनाथ ने जीत हासिल की थी मगर 2022 के चुनाव में उन्हें अवधेश प्रसाद के सामने हार का सामना करना पड़ा था। बाबा गोरखनाथ इस बार भी टिकट के दावेदार थे मगर पार्टी ने चंद्रभानु पासवान को मैदान में उतारा है।
इसे लेकर बाबा गोरखनाथ भीतर ही भीतर नाराज भी बताए जा रहे हैं। पार्टी के कुछ अन्य नेता भी टिकट के दावेदार थे और भाजपा ने कई नाराज नेताओं को मनाने में कामयाबी हासिल की है।