कानपुर: बीजेपी सरकार पर अफसरशाही भारी पड़ रही है। कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी जब उत्तर प्रदेश लघु उद्द्योग निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया तो वहां पर 90 फीसदी स्टाफ नदारत था। कर्मचारियों ने कार्यालय के मेन गेट पर बाहर से ताला लगा कर मंत्री और उनके स्टाफ को बंधक बना लिया। मंत्री जी के खिलाफ कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की,जब पुलिस को इसकी जानकारी मिली तो मौके पर पहुंची और मेन गेट का ताला खुलवा कर सभी को कार्यालय से बाहर निकाला।
फजलगंज स्थित यूपीएसआईसी कार्यालय है कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी अचानक कार्यालय पहुंचे। जब उन्होंने वहा का हाल देखा तो हैरान रह गए। पूरा कार्यालय कबाड़ में तब्दील था फाइल इधर उधर पड़ी थी मेजों पर पानी की बोतल और मूंगफली के छिक्कल और चटनी फैली पड़ी थी। यह सब देख कर उन्होंने अपना सर पकड़ लिया और बोले क्या हाल बना रखा है इस ऑफिस का।
कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी के मुताबिक आज हमने यूपीएसआईसी ऑफिस का औचक निरिक्षण किया है। वहां पर 90 फीसदी कर्मचारी अनुपस्थित थे,सिर्फ चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी मौजूद थे। निर्माण खंड में एक जेई था और एक बाबू था। पूरा कार्यालय छुट्टी मना रहा था इस लिए एमडी इलेक्शन ड्यूटी पर है वित्त नियंत्रक आये नही प्रबंधक आया नही सभी अधिकारी छुट्टी मना रहे है।
कुछ लोग बाहर अपनी गलती को छिपाने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं। यह सब हम यहाँ पर चलने नहीं देगे यहाँ पर बायोमैट्रिक मशीन लगायी जाएगी। मैंने अपने सचिव को इसके लिए बोल दिया है,जो दोषी लोग उनका एक दिन का वेतन काटने का आदेश मैंने दे दिया है। इसे सर्विस ब्रेक माना जायेगा यह उनके प्रोमोशन में बाधक होगा। यह सबसे बड़ा दंड है और इसे दिया जायेगा उन्हें प्रोमोशन नहीं दिया जायेगा। अनुसाशनहीनता,समय बद्धता नहीं होना ये स्वीकार नहीं है।