Mirzapur: अष्टभुजा पहाड़ी पर बिहार से आये घायल दर्शनार्थी की गोलीबारी में मौत, चार पुलिसकर्मी निलंबित

Mirzapur: अष्टभुजा में हुए गोलीकांड में पुलिस ने बिहार के एक पूर्व विधायक से भी पूछताछ किया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।

Report :  Brijendra Dubey
Update:2022-08-17 12:20 IST

Four policemen suspended in Mirzapur (Image: Newstrack)

Mirzapur: उत्तर प्रदेश के जिले के अष्टभुजा में मैदान में बिहार से दर्शन करने के लिए आये दो गुटों में आपसी कहासुनी के बाद मारपीट हो गई, जहां एक वृद्ध को गोली लग गई। घटना में घायल वृद्ध को इलाज के लिये ट्रामा सेंटर वाराणसी में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले एक दरोगा सहित चार पुलिसकर्मियों को भी निलबिंत किया गया है, जहां छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

जानिए क्या है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में बिहार के अलग अलग जगह से दर्शनार्थियों का दो गुट दर्शन पूजन के लिए आया हुआ था। दर्शनार्थियों का गुट अष्टभुजा पहाड़ के पास रुका हुआ था। रविवार को दोनों दर्शनार्थियों के गुट में शराब पीने के बाद आपस में ही विवाद हो गया, जहां इस विवाद में चली गोली में कन्हैया प्रसाद उम्र 75 वर्ष निवासी ग्राम व थाना ब्रह्मापुर जिला बक्सर बिहार गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल को उपचार के लिये मंडलीय अस्पताल लाया गया था, जहां हालत गंभीर देखते हुए ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान वृद्ध कन्हैया प्रसाद की मौत हो गई।

इस मामले में पुलिस ने अब तक 6 आरोपी संतोष कुमार निवासी नींव दिलीयान थाना डेहरी जनपद रोहतास बिहार, अनूप कुमार ठाकुर निवासी सुमेश्वर थाना बक्सर जनपद बक्सर बिहार, सोमराज सिंह निवासी डेहरी थाना डारमिया नगर जनपद रोहतास बिहार, प्रसन्नराज पुत्र विनोद कुमार सिंह निवासी नियर पाटलिपुत्रा फ्लैट नं 371 थाना ककड़बाग जनपद पटना बिहार व सिद्धार्थ कुमार खरे निवासी रवि निकेतन आरा गार्डन थाना रुपसपुर जनपद पटना बिहार को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से बिहार व झारखंड प्रान्त की नंबर वाली तीन लग्जरी वाहन को भी बरामद किया गया है।

एसपी ने लापरवाही बरतने पर चार पुलिसकर्मी को किया निलबिंत

शराब पीने के बाद हुए विवाद में चली गोली के बाद एसपी ने स्थानीय पुलिस की भूमिका की जांच सीओ सिटी को सौपा था। सीओ सिटी की रिपोर्ट के बाद चार लोगों को निलंबित किया गया है। सीओ की जांच में पाया गया कि काफी दिनों से नियुक्त स्टाफ को चौकी क्षेत्र में भ्रमणशील रह कर दर्शनार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करना चहिये था एवं मादक पदार्थ का सेवन करने वाले दर्शनार्थियों पर सतर्क दृष्टि रखते हुए प्रतिकूल तथ्य पाने पर कार्यवाई करना था, लेकिन क्षेत्र में भ्रमणशील न रहने कभी कोई बीट सूचना अंकित ना कराने एवं मादक पदार्थ का सेवन करने वालों के विरुद्ध कभी भी कार्रवाई न करने के परिणाम स्वरुप उक्त जघन्य अपराध कारित होने के आरोप एसपी ने चौकी प्रभारी अष्टभुजा भरत लाल पाण्डेय, आरक्षी संतोष कुमार, आरक्षी कर्ण सिंह व आरक्षी सुनील सिंह यादव को निलंबित किया है।

बिहार के एक पूर्व विधायक से भी की गई थी पूछताछ

अष्टभुजा में हुए गोलीकांड में पुलिस ने बिहार के एक पूर्व विधायक से भी पूछताछ किया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। इस मामले में पुलिस ने अभी तक घटना में प्रयुक्त असलहा को भी बरामद नही कर पाई है। पुलिस छह आरिपियों की गिरफ्तारी भलें ही कर ली हो लेकिन अभी तक घटना का स्पष्ट कारण नही बता पाई है।

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