Mirzapur: ITI छात्रों ने डीएम से लगाई न्याय की गुहार, असामाजिक तत्व से छुटकारा दिलाने की मांग
Mirzapur: निजी ITI में छात्रों ने डीएम से न्याय की गुहार लगाई है। आईटीआई में पढ़ रहे छात्रों को असामाजिक तत्वों द्वारा परिसर में आने-जाने से रोक लगाने की मांग की है।
Mirzapur: निजी ITI में छात्रों के साथ ठगी होने के बाद दर्जनों की संख्या में पहुंचे छात्रों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर डीएम से न्याय की गुहार लगाई है। पड़री थाना क्षेत्र (Padri police station area) में स्थित निजी अजीत आईटीआई (Private Ajit ITI) में पढ़ रहे छात्रों को असामाजिक तत्वों द्वारा परिसर में आने-जाने से रोकने और दुर्व्यवहार करने की वजह से छात्रों का भविष्य अंधेरे में है।
अजीत कुमार सिंह निजी ITI (Private Ajit Singh ITI) के अध्यापक अजीत कुमार सिंह (Ajit Kumar Singh) ने बताया कि कोरोना काल के चलते पिछले साल छात्र घर से ही ऑनलाइन क्लास किये। संस्थान में आकर पढ़ाई करना सम्भव नहीं हो पाया। ऐसे में छात्रों की प्रैक्टिकल की पढ़ाई अधूरी ही रही। अब अध्यापन कार्य पूरी गति से चल रहा है। पिछले कुछ दिनों से छात्र जब संस्थान में क्लास करने पहुंच रहे हैं तो स्थानीय अवांछित तत्व राजकुमार व उनके साथी परेशान करते हैं और परिसर में जाने से रोकते हैं और दुर्व्यवहार करते हैं। पूर्व में भी ITI प्रबंधन प्रशासन को इस बात से अवगत करा चुका है।
अवांछित तत्वों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई कराएं: छात्र
छात्र शुभम सिंह, विपिन सिंह, आशीष गुप्ता, शिवम मौर्य, विशाल सिंह ने बताया कि हम लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन प्रबन्ध करें और अवांछित तत्वों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई कराएं। जिससे कि हमारी पढ़ाई सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।
कोविड के दौरान किया छात्रों के साथ ठगी
जिले के पडरी थाना क्षेत्र में टेढ़ा के राजकुमार सिंह नामक जालसाज ने दर्जनों छात्रों से आईटीआई का प्रशिक्षण कराने के नाम पर 20-20 हजार रुपए लिया और क्लास के नाम पर केवल आश्वासन देते रहे। जबकि आईटीआई संस्थान कोविड काल के दौरान ऑनलाइन शिक्षा दे रही थी, इसी बीच छात्रों को गुमराह करके राजकुमार ने दर्जनों छात्रों से आईटीआई प्रशिक्षण कराने के नाम पर धोखाधड़ी करके पैसा वसूल कर लिया। छात्रों ने कई बार पैसे के लिए राजकुमार से बोला लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। आज छात्रों ने सामूहिक रूप से डीएम को प्रार्थना पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।