Mirzapur News: मिर्जापुर वक्फ की 598 संपत्ति सरकारी खतौनी पर दर्ज, मौलाना बोले
Mirzapur News Today: यूपी के मिर्जापुर जनपद में वक्फ बोर्ड की जिले में दो तरह की संपत्तियां हैं। एक सामाजिक व दूसरा वंशानुगत। इसमें शिया व सुन्नी समुदाय का भी दखल है। बताया जा रहा है कि ज्यादातर संपत्तियां समुदाय के वक्फ बोर्ड की हैं।;
Mirzapur News in Hindi: मिर्जापुर, वक्फ बोर्ड ने 704 संपत्तियों की दी सूची जिसमें 598 संपत्ति सरकारी खतौनी में पाया गया दर्ज, 23 गाटा निजी तो 83 गाटा का अभी नहीं हो पाया चिन्हांकन. मौलाना का दावा वक्फ बोर्ड की मिर्जापुर जनपद में बहुत सारी जमीने यहां पर बनवा देना चाहिए हॉस्पिटल स्कूल. जिलाधिकारी ने बताया कि कराया गया है सत्यापन 598 सरकारी खतौनी में है दर्ज, यहां पर कोई संपत्ति वक्फ बोर्ड की नही पाई गई.
वक्फ बोर्ड ने जारी किया 704 संपत्तियों की सूची
यूपी के मिर्जापुर जनपद में वक्फ बोर्ड की जिले में दो तरह की संपत्तियां हैं। एक सामाजिक व दूसरा वंशानुगत। इसमें शिया व सुन्नी समुदाय का भी दखल है। बताया जा रहा है कि ज्यादातर संपत्तियां समुदाय के वक्फ बोर्ड की हैं। शिया समुदाय की कुछ ही संपत्तियां हैं। सामाजिक संपत्ति से तात्पर्य उससे है, जिसका सार्वजनिक प्रयोग होता है, जबकि वंशानुगत संपत्ति किसी व्यक्ति विशेष के पास से ही चली आ रही है। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहाकि," वक्फ बोर्ड ने 704 संपत्तियों की सूची दिया है, जिसमें 598 संपत्ति सरकारी खतौनी पर दर्ज है, 23 गाटा निजी संपत्ति है, 83 गाटा का अभी चिन्हांकन नहीं हो पाया है।
सत्यापन में कुल 598 संपत्तियां खतौनी में दर्ज है, यहां पर कोई संपत्तियां वक्फ बोर्ड की नहीं पाई गई। मौलाना ने कहाकि," वक्फ की संपत्तियां नगर के साथ ही पूरे जिले में फैली हुई हैं। लोहिया तालाब के पार 16 बीघा जमीन है, जिसका मुकदमा सिविल कोर्ट में चल रहा है, जिन लोगों ने अपनी संपत्ति वक्फ बोर्ड को दी है, उनका कब्र उसी जमीन पर बना है, मस्जिद के साथ सब कुछ निर्माण है, हम शासन से मांग करते है,इस जमीन पर अच्छे स्कूल, हॉस्पिटल और मुसाफिर खाना बनवा दिया जाय। जिसका उपयोग सार्वजनिक हो। सभी धर्मों के लोग उसका उपयोग कर सके।