Mirzapur News: लहुरियाद गाँव में 'हर घर नल' की सप्लाई बंद, जानिए क्या है पूरा मामला

Mirzapur News: पिछले वर्ष हर घर 'जल से नल योजना' के तहत लोगों के घरों में तक पाइप लाइन दौड़ा कर नल लगा दिए गए और कुछ दिन तक पानी भी आया। परंतु जनवरी माह से फिर पानी की दिक्कत शुरू हुई और मार्च से पानी की सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई है।

Report :  Brijendra Dubey
Update:2024-03-27 19:08 IST

कई किमी दूर से पानी भरकर लाती महिलाएं source: Newstrack 

Mirzapur News: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जनपद मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर वाराणसी-कन्याकुमारी हाईवे पर देवहट रामसभा के लहुरियादह गांव में आजादी के 76 वर्ष बीत जाने के बाद भी पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हो सका। 

3 बजे भोर से पानी के लिए लगाते है कतार 

मार्च माह में गर्मी शुरू होते ही लोग सुबह 3 बजे भोर से उठकर लगभग 2 किलोमीटर पैदल चलकर पहाड़ के नीचे झरने के पास पहुंचते हैं। वहां पर नंबर लगाकर अपनी पारी का इंतजार करते हैं। पारी आने पर झरने से रस रहे पानी को बर्तन के सहारे अपने डिब्बे में भरते हैं। फिर अपने घर की तरफ लौटते है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पहले टैंकर से पानी की आपूर्ति हो जाती थी। परंतु पिछले वर्ष हर घर 'जल से नल योजना' के तहत लोगों के घरों में तक पाइप लाइन दौड़ा कर नल लगा दिए गए और कुछ दिन तक पानी भी आया।

परंतु जनवरी माह से फिर पानी की दिक्कत शुरू हुई और मार्च से पानी की सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई है। जिसके चलते पानी के लिए प्राकृतिक स्रोत झरने की तरफ जाने को हम मजबूर हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इसी पानी के समस्या के चलते यहां रहने वाले लड़कों की शादियां भी नहीं हो रही हैं। अन्य गांव से जिन लड़कियों की शादी हो गई है। वह भी घुंघट निकाल कर सुबह से ही पानी की जुगाड़ में लग जाती हैं। गांव की रहने वाली सुनीता ने बताया कि पानी की समस्या के चलते बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।

डीएम दिव्या मित्तल की कोशिशों बाद पहुंचा था पानी 

मिर्जापुर के हलिया ब्लॉक के लहुरियादह गांव के रहने वाले हरी लाल ने कहाकि," यहां की सांसद अपनी 10 वर्ष का कार्यकाल पूरी करने वाली हैं और विधायक भी दोबारा चुनकर हम लोगों ने दिया है। परंतु आजादी से अब तक किसी ने भी हमारी समस्या का निराकरण नहीं किया। अब चुनाव आया है तो यह फिर आएंगे और कहेंगे कि वोट दें। इस बार हम समस्या का निराकरण जरूर करेंगे। बता दें कि पूर्व जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के प्रयास से वर्ष 2023 में 29 अगस्त को पहली बार यहां पर नल के द्वारा जल पहुंचा था। परंतु उनके जाने के बाद फिर ग्रामीणों के सामने वही पानी की समस्या संकट में तब्दील होकर खड़ी है।

स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सही अधिकारी को लोग रहने नहीं देते उनका कहना है कि पानी के लिए लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर पहाड़ के नीचे पैदल जाना पड़ता है और तब कहीं जाकर पानी मिल पाता है। इसी समस्या के चलते अब दूसरे गांव के लोग अपनी लड़कियों की शादी भी यहां नहीं करना चाहते है। एडीएम नमामि गंगे देवेंद्र सिंह ने फोन पर बातचीत में बताया कि, " नीचे से पाइप चढ़ाते हैं CRW8 में वहीं से लीकेज की समस्या थी, उसको कंक्रीट में बनाया जा रहा है। लो वोल्टेज की समस्या थी तो इसके स्टेबलाइजर मंगाया गया है। जल्दी समस्या का निस्तारण कर दिया जाएगा।

लहुरियादह नीचे के गांव से 450 मीटर ऊपर पहाड़ी पर स्थित गांव है। लगभग 14 किमी की पाइप लाइन के जरिए पानी पहुंचाया गया है। 10.08 करोड़ का प्रोजेक्ट है। पानी नही पहुंचने का कारण बिजली के लो वोल्टेज भी माना जा रहा है।

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