Mirzapur News: कर्ज से परेशान युवक ने ऐसे रची लूट की कहानी, पुलिस ने 24 घंटे में किया खुलासा

Mirzapur News: लूट की सूचना देने वाले के मामले में जब तहकीकात की गई तो पता चला कि उसके ऊपर काफी कर्ज है। इसी वजह से उसने लूट की कहानी रची।

Report :  Brijendra Dubey
Update: 2024-08-11 07:28 GMT

जांच करती पुलिस (Pic: Newstrack)

Mirzapur News: मिर्जापुर पुलिस थाना जमालपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम औड़ी के पास मोटरसाइकिल सवार अज्ञात बदमाशों की कथित लूट की घटना का 24 घण्टे के अंदर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि लूट की घटना फर्जी है। कर्ज से परेशान एजेंट ने झूठी कहानी रची थी। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी के पास से छुपा कर रखे हुए 16.73 लाख रुपया भी बरामद कर लिया है।

ये है पूरा मामला

मिर्जापुर पुलिस को 112 के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि थाना जमालपुर के ग्राम औड़ी टियरा मोड़ के पास प्रवीण पटेल पुत्र इन्द्रपाल निवासी शिवपुर मिल्की थाना जमालपुर अपने साथी के साथ 16 लाख रुपए लेकर जा रहा था। प्रवीण माइक्रो फाइनेन्स कम्पनी का कैश कलेक्शन/ड्रिस्टीब्यूशन एजेन्ट है। वह कम्पनी की कलेक्शन का करीब 16 लाख रूपये लेकर अपने साथी दीपू खरवार पुत्र सुरेन्द्र खरवार के साथ मोटर साइकिल से घर जा रहा था। इसी दौरान 03 मोटर साइकिल सवार 07 व्यक्तियों ने उन्हें रोककर पैसों से भरा बैग छीनकर ग्राम औड़ी की ओर भाग गये।

खुद ही रची कहानी

इस सूचना पर तत्काल अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। साथ ही मामले की पूछताछ की गयी। घटना के खुलासे के लिए तत्काल टीमों का गठन किया गया। जिसमें एसओजी/सर्विलांस टीम को भी शामिल किया गया। टीमों ने तत्परता से उन सभी से पूछताछ की जहां से शिकयत कर्ता ने कैश का कलेक्शन किया था। साथ ही जिस रूट से शिकायत कर्ता घटना स्थल तक पहुचां था उस रूट के सभी सीसीटीवी फुटेज को चेक किया गया। जिससे स्पष्ट हुआ कि जिस स्थान पर घटना हुई उस रूट पर शिकायत कर्ता के आगे या पीछे 01 घण्टे के अन्दर कोई मोटर साइकिल नहीं गयी है। वह सुनसान रोड़ है, जहां रात में बहुत कम आना-जाना होता है।

कर्ज में डूबा है आदमी

जांच से ये पाया गया कि घटना से करीब आधा घण्टा पहले सूचना कर्ता ने फोन स्वीच ऑफ कर लिया था। लूट की सूचना देने वाले के मामले में जब तहकीकात की गई तो पता चला कि उसके ऊपर काफी कर्ज है जिसके बाद उससे कड़ाई से पूछताछ की गई। बताया कि वह करीब 03 साल से माइक्रो फाइनेन्स कम्पनी का कैश एकत्र कर बैंकों में जमा करता है। उसके उपर करीब 07 लाख रूपये का कर्ज है। साथ ही करीब 2.5 लाख रूपया प्राइवेट फाइनेन्स कम्पनी के कर्मचारीयों ने उसका रोक लिया था। वह भी वापस नही किया जा रहा है। उसको हर महीने करीब 30 हजार रूपये का ब्याज भी भरना पड़ रहा है। साथ ही वह तकादा करने वालों से काफी परेशान था। जिसके कारण उसने लूट की झूठी कहानी रची। सूचना देने वाले आदमी से 16.73 लाख रूपये कैश बरामद कर लिया है। 

Tags:    

Similar News