महिला कार्यकर्ताओं से बदसलूकी का मामला, UP पुलिस की शिकायत करेगी AAP
महिला अपराध को लेकर प्रदर्शन के दौरान पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं से पुलिस की बदसलूकी की शिकायत आम आदमी पार्टी मानवाधिकार और महिला आयोग से करेगी।
लखनऊ: आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार में महिला अपराध को लेकर प्रदर्शन कर रही पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की वैन में पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिला कार्यकर्ताओं को लाठी-डंडों से मारा-पीटा अभद्र कमेंट किए गाली-गलौज करने तथा उनके साथ अश्लील हरकत करने और अभद्र तरीके से छूने का आरोप लगाया है। पार्टी इसकी शिकायत यूपी मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, यूपी महिला आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग से कर कार्रवाई की मांग करेगी। पार्टी का दावां है कि उसके पास अभद्रता और छेड़छाड़ की वीडियो भी है, जिसको साक्ष्य के रूप में भेजा जाएगा। पार्टी ने यूपी की योगी सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
यूपी में महिला सुरक्षा को लेकर रविवार को आप प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए पार्टी की महिला विंग अध्यक्ष नीलम यादव ने लखीमपुर में भाजपा सांसद की मौजूदगी में महिला कांस्टेबिल से अभद्रता के मामलें में योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि यूपी में योगी राज में जब महिला पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो वह बहू बेटियों को सुरक्षा क्या देगी?
''प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के साथ जघन्य अपराध''
पार्टी की महिला विंग अध्यक्ष नीलम यादव ने कहा कि पीड़ित महिला आरक्षी ने कोतवाली में जाकर शिकायत की तो लखीमपुर के भाजपा विधायक थाने पहुंच गए। थाने में भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं ने पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता की तथा थाने में हंगामा किया। हार मान कर प्रशासन को महिला पुलिस कांस्टेबल के साथ बदतमीजी और अभद्रता करने वाले भाजपा कार्यकर्ता को छोड़ना पड़ा। नीलम यादव ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के साथ जघन्य अपराध हो रहा है। रोज-रोज बलात्कार हो रहा है। हर रोज दरिंदगी की जा रही है। इसको रोकने के लिए योगी सरकार के पास कोई ठोस योजना और प्रयोजन नहीं है।
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उन्होंने बताया कि बीते शनिवार वह बेटी के साथ दुष्कर्म व हत्या के पीड़ित परिवार से मिलने बाराबंकी गई थी, वहां किसी भी पुलिस ऑफिसर ने मां-बाप के पक्ष में एक भी स्टेटमेंट नहीं दिया। अधिकारी कहते हैं कि बच्ची का अंतिम संस्कार परिवार की मर्जी से किया गया। जबकि तीन-चार दिन पहले पीड़ित परिवार का बयान आता है कि पुलिस ने जबरदस्ती शव को जला दिया, हम तो शव को दफनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि परिवार पर पुलिस और प्रशासन का बहुत मानसिक दवाब है। गांव को छावनी बना दिया गया है,ताकि कोई राजनीतिक दल वहां जाकर परिवार का हाल-चाल न जान सके।
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''अपराधियों को बचाने के लिए सबूत नष्ट करत है यूपी पुलिस''
प्रेसवार्ता में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा कि योगी सरकार की पुलिस ने अपराधियों और बलात्कारियों को बचाने के लिए एक नया ट्रेंड डेवलप कर लिया है। योगी की पुलिस अपराधियों को तो नहीं पकड़ती, उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती, बल्कि उनको बचाने के लिए सबूत नष्ट करने में जुट जाती है। पहले हाथरस में और अब बाराबंकी में ऐसा ही हुआ। पीड़ित दलित गरीब परिवार के लोग बच्ची का शव मांगते रहे। कहते रहे कि विधि विधान के तहत बच्ची को दफन करेंगे, लेकिन पुलिस ने जबरिया रात के अंधेरे में पेट्रोल डालकर शव को जला दिया। जबकि फॉरेंसिक जांच के लिए शव महत्वपूर्ण होता है। इसके आधार पर ही कोर्ट-कचहरी जांच को आगे बढ़ाती है।
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माहेश्वरी ने योगी सरकार की ओर से शुरू किए गए मिशन महिला शक्ति पर तंज कसते हुए कहा कि इसका पूरा डिटेल योगी जी को मीडिया और जनता के सामने रखना चाहिए। यह बताना चाहिए कि यह मिशन महिलाओं को कुचलने की शक्ति का है। अभियान के माध्यम से सीएम योगी बताना चाहते हैं कि उनके पास पूरी शक्ति है। गुंडों की शक्ति है, पुलिस की शक्ति है और इसके ऊपर योगी और मोदी जी की शक्ति है।
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