बुलंदशहर गैंगरेप केसः पुलिस ने तीन आरोपियों को भेजा जेल

Update:2016-08-01 14:03 IST

शाहजहांपुर: बुलंदशहर में दिल्ली-कानपुर नेशनल हाइवे-91 पर लूटपाट के बाद गैंगरेप मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को जेल भेज दिया है। पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों को पकड़ा था। इसमें से तीन आरोपियों को विक्टिम ने पहचान लिया है। इन्‍हें फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया गया था।

इस हाई प्रोफाइल केस में सीएम अखिलेश यादव ने संज्ञान लेते हुए लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही थी। साथ ही पिकेट ड्यूटी के लिए कहा था। मामले के बाद बुलंदशहर एसएसपी समेत 7 पुलिकर्मियों को सस्‍पेंड कर दिया गया है। गैंगरेप का शिकार हुआ परिवार यूपी के शाहजहांपुर का रहने वाला है। घटना के बाद से विक्टिम परिवार के गांव में यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर मायूसी छायी हुई है। विक्टिम परिवार ने गैंगरेप और लूट के मामले में बुलंदशहर पुलिस पर गुमराह करने का भी आरोप लगाया है।

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बुलंदशहर गैंगरेप का शिकार हुआ परिवार नोएडा से शाहजहांपुर के कलान थाना क्षेत्र के भर्रामई का रहने वाला है। वह घटना वाली रात अपने घर आ रहा था। पीड़ित परिवार बुजुर्ग महिला के अंन्तिम संस्कार में शामिल होने आ रहा था इसी बीच बुलंदशहर में परिवार को पहले बंधक बनाकर लूटपाट की गई और बाद में परिवार की एक महिला और नाबालिग बेटी से बारी-बारी से गैंगरेप किया गया। पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित परिवार के घर जाकर हर सम्भव मदद करने का भरोसा दिया है।

पकड़े गए आरोपी

-पुलिस ने इस मामले में 15 लोगाें को कस्‍टडी में लिया था।

-इसमें से 3 आरोपियों को विक्टिम ने पहचान लिया।

-इनमें हापुड़ का शहवेज,नोएडा का जबर सिंह और बुलंदशहर का रईस है।

-आरोपियों को 14 दिन के लिए जेल भेजा गया है।

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पीड़िता के चाचा ने क्‍या कहा

-मेरे भाई का परिवार शाहजहांपुर में तेरहवीं में आ रहा था।

-तभी बुलंदशहर में कुछ बदमाशों ने उनकी गाड़ी रुकवाकर उनके साथ लूटपाट की, भाभी और उनकी नाबालिग भतीजी के साथ गलत काम किया।

-जिस जगह पर ये घटना हुई वहां से पुलिस स्टेशन सिर्फ दो किलोमीटर की दूरी पर है।

-अगर पुलिस चाहती तो तुरंत कार्रवाई कर सकती थी, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया।

-ये यूपी पुलिस के लिए बहुत शर्म की बात है।

-हम लोग मजदूरी पेशा वाले लोग हैं अगर इस तरह की घटनाएं हम लोगों के साथ होती रहेंगी तो हम लोग कहां जाएंगे।

पीड़ित के परिजनों ने क्‍या कहा

-पहले तो पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर परिवार को गुमराह किया पीड़ित कि शिकायत पर कार्रवाई नहीं की।

-परिजनों की मांग है कि जल्द से जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।

-इस मामले में जितने भी पुलिसकर्मी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

एएसपी ग्रामीण रमेश कुमार भारतीय ने पीड़ितों से की मुलाकात

-बुलंदशहर में हुई घटना के बारे में जब पता चला कि पीड़ित परिवार शाहजहांपुर का रहने वाला है तो एसएसपी परिवार से मिलने आए।

-उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया, हांलाकि शाहजहांपुर पुलिस द्वारा इसमें कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है।

-परिजनों की मांग है कि सभी दोषियों को गिरफ्तार किया जाए और जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाए जिससे उनके परिवार को न्याय मिल सके।

क्‍या था पूरा मामला

-घटना कोतवाली देहात क्षेत्र के दोस्तपुर गांव की है।

-पीड़ित ने बताया कि नेशनल हाइवे एनएच 91 पर दोस्तपुर गांव के पास डकैतों ने सड़क पर एक लोहे की राड को फेंक दिया।

-ड्राइवर ने कार का एक्सिल टूटने के भ्रम में सड़क किनारे गाड़ी रोक दी।

-तभी झाड़ियों ने निकलकर करीब एक दर्जन डकैत हथियारों के साथ बाहर निकल आए।

-डकैत हाइवे से करीब 50 मीटर दूर खेतों में कार समेत पूरे परिवार को ले गए।

-उन्हें बंधक बनाकर नकदी और महिलाओं के कीमती जेवर ले लिए।

-कार में तीन महिलाएं और तीन पुरूष सवार थे।

-डकैतों ने कार में बैठी मां-बेटी के साथ गैंगरेप किया।

-बदमाश करीब डेढ़ घंटे तक वारदात को अंजाम देते रहे और इलाके की पुलिस सोती रही।

-सुबह तक तक बदमाशों का तांडव जारी रहा। उनके जाने के बाद डरे-सहमे परिवार ने बुलंदशहर थाना देहात में जाकर पुलिस को घटना की जानकारी दी।

-शिकायत के बाद गैंगरेप पीड़ित महिलाओं का मेडिकल कराया गया है।

-पीड़ित परिवार शहजहांपुर का रहने वाला है जबकि घर के कुछ लोग नोएडा में नौकरी में नौकरी करते हैं।

-वारदात के समय पूरा परिवार एक तेरहवीं में भाग लेने जा रहा था।

ये हुए सस्‍पेंड

बुलंदशहर गैंगरेप मामले में यूपी सरकार ने एसएसपी वैभव कृष्णा, एसपी सिटी राममोहन सिंह , सीओ (सदर) हिमांशु गौरव और दो इंस्पेक्टर को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। गौरतलब है कि बुलंदशहर मामले में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात, चौकी प्रभारी हाई-वे, हाई-वे पेट्रोलिंग इंचार्ज और बीट कांस्टेबल पहले ही सस्पेंड किये जा चुके हैं।

100 नंबर नहीं उठा था फोन

-विक्टिम पक्ष का कहना है कि वारदात के बाद उन्होंने 100 नंबर पर कॉल की थी, लेकिन फोन नही उठा था।

-जिसके बाद विक्टिम ने नोएडा में अपने एक रिश्तेदार को फोन कर सूचना दी थी।

-विक्टिम फैमिली का दावा है बदमाशों ने गहने और कैश मिलाकर डेढ़ लाख रुपए की लूटपाट भी की है।

सोती रही पुलिस

-बदमाश करीब दो घंटे तक वारदात को अंजाम देते रहे और इलाके की पुलिस सोती रही।

-सुबह तक बदमाशों का तांडव जारी रहा।

-डरे-सहमे परिवार ने बुलंदशहर थाना देहात में जाकर पुलिस को घटना की जानकारी दी।

-शिकायत के बाद गैंगरेप विक्टिम महिलाओं का मेडिकल कराया गया है।

-पीड़ित परिवार शाहजहांपुर का रहने वाला है जबकि घर के कुछ लोग नोएडा में नौकरी करते हैं।

15 लोगों को पुलिस ने लिया हिरासत में

-बुलंदशहर गैंगरेप केस में यूपी के एडीजी क़ानून व्यवस्था दलजित सिंह चौधरी ने कहा है कि ये गंभीर घटना है।

-दलजीत चौधरी के मुताबिक करीब 15 संदिग्ध जांच के घेरे में हैं।

-आरोपियों की लोकेशन ली जा रही है।

-सच सामने लाने के लिए पुलिस ने सभी संसाधन लगा दिए हैं।

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