नोएडा: दो दिन से लापता फैशन डिजाइनर शिप्रा के मामले में पुलिस को एक अहम सुराग हाथ लगा है। 29 फरवरी को शिप्रा ने आईएनजी वैश्य बैंक में दोपहर 1 बजकर 25 मिनट पर अपना लॉकर ऑपरेट किया था।
पुलिस ने की लापरवाही
-नोएडा पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मुख्यमंत्री के खुद संज्ञान लेने के बाद गुरुवार को मेरठ रेंज की डीआईजी नोएडा पहुंची।
-उन्होंने कोतवाली सेक्टर-2० में पुलिस से मामले की पूरी जानकार ली। डीआईजी को जांच में मामले में नोएडा पुलिस की लापरवाही देखने को मिली है।
डीआईजी ने दिए जांच के आदेश
-अपहरण जैसे मामलों में घटना के बाद के कुछ घंटे काफी महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे में पुलिस को जानकारी मिलने के बाद तत्काल अपनी जांच शुरू कर देनी चाहिए।
-डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने पाया कि शिप्रा के पति चेतन मलिक ने पुलिस को घटना की जानकारी दी, लेकिन पुलिस जांच शुरू करने के बजाए लिखित शिकायत का इंतजार करती रही।
-डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने नोएडा पुलिस को अपहरण जैसे संगीन मामले में लापरवाही बरतने पर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
एसपी क्राइम करेंगे विभागीय जांच
-गाजियाबाद के एसपी क्राइम नोएडा पुलिस के खिलाफ विभागीय जांच करेंगे।
-डीआईजी ने प्रतिचार घंटे बाद शिप्रा मामले की जांच रिपोर्ट नोएडा पुलिस से मांगी है। इससे महकमे में हड़कंप है।
-डीआईजी इस केस को जल्द से जल्द खोलना चाहती है।
कई एंगलों से जांच कर रही पुलिस
-मंगलवार दोपहर सेक्टर-29 में शिप्रा की अपने पति से कुछ देर की मुलाकात हुई थी।
-पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है उस समय उनके बीच क्या बातचीत हुई थी ?
-परिजनों के पास फिरौती की रकम को लेकर अभी तक कोई फोन नहीं आया है।
-पुलिस सर्विलांस और परिजनों से बातचीत के आधार पर पुरानी रंजिश या कोई और सुराग निकालने की कोशिश कर रही है।
चल रहा है प्रॉपर्टी विवाद
-सूत्रों के मुताबिक चेतन मलिक का दिल्ली के लाजपत नगर में एक दुकान को लेकर राहुल तनेजा और गुलशन तनेजा से विवाद चल रहा था।
-इस जानकारी के बाद पुलिस इस मामले में अपहरण का हाथ आपसी विवाद के नजरिए से भी जांच करने में जुट गई है।
-पुलिस को गुमराह करने के लिए दिल्ली से कंट्रोल रूम में महज 10 सेकेंड की कॉल की गई थी।
मामले में कहां हैं पेंच ?
-शिप्रा के गायब होने के कुछ देर बाद ही उसके पति ने शिप्रा को कार को सेक्टर-29 के पास बीच सड़क पर खड़े देखा।
-आखिर शिप्रा से मिलने के कुछ देर बाद ही चेतन अपने ऑफिस से निकला और उसे ही शिप्रा की कार खड़ी दिख गई।
-चेतन से मिली जानकारी के मुताबिक, शिप्रा दो बजे के करीब सेक्टर-29 से निकली थी।
-शिप्रा की लास्ट लोकेशन 2.56 पर दिल्ली के लाजपत नगर के पास मिली।
-नोएडा से जाने के बाद महज 56 मिनट में शिप्रा लाजपत नगर पहुंच गई।
-इसके लिए डीएनडी के बिना इतने कम समय में लाजपत नगर नहीं जाया जा सकता।
-पुलिस को डीएनडी की सीसीटीवी फुटेज में भी कोई सुराग नहीं मिला है।
क्या है मामला ?
-डिजाइनिंग के काम से शिप्रा को दिल्ली स्थित चांदनी चौक जाना था।
-सोमवार दोपहर शिप्रा अपनी सफेद स्विफ्ट कार से दिल्ली के लिए अकेली निकल गई।
-करीब दो बजे वह थोड़ी देर के लिए सेक्टर-29 स्थित ब्रह्मपुत्रा मार्केट में पति चेतन से मिलने के लिए रुकी। वहां पहले से ही पति चेतन मौजूद थे।
-चेतन से मिलने के बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गई। दोपहर करीब 2 बजकर 56 मिनट पर चेतन सेक्टर-29 स्थित विजया इंक्लेव के पास से अपने घर की ओर जा रहे थे।
-तभी उन्होंने देखा कि विजया इंक्लेव के ठीक सामने सड़क के किनारे उनकी पत्नी शिप्रा की सफेद स्विफ्ट कार लावारिस खड़ी थी।
-पास जा कर देखा तो ड्राइवर सीट के पास की गेट का विंडो खुला हुआ था और कार में कोई भी नहीं था।
-चाबी ब्रेक के पास नीचे पड़ी हुई थी। शिप्रा के मोबाइल से उसी इलाके से दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल किया गया था।