फिरोजाबाद : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का विधायक मुकेश वर्मा एक अपराधी को छुड़ाने के लिए रविवार से थाने पर धरने पर बैठे थे। इसमें बीजेपी के संगठन और सहयोगी दलो के कार्यकर्ता भी साथ थे।
बीजेपी विधायक मुकेश वर्मा 15 घंटे बाद बैक फुट पर आए। सम्मान की लड़ाई में विधायक हार गए। पुलिस ने न तो आरोपी को छोड़ा और न ही कार्रवाई की। विधायक की सुनने के लिए एसएसपी रविवार को भी नहीं आए। एसपी सिटी ने 3 दिन में कार्रवाई करने का आश्वसन भी दिया।
क्या है मामला?
यह मामला फिरोजाबाद जिले के मटसेना थाना क्षेत्र का है। जहां पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है। इस पर लगभग आधा दर्जन मुकदमे दर्ज है। इतना ही नहीं आरोपी ने चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार को फोन पर भद्दी गलियां भी दी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ कर हवालात में डाल दिया गया। जब इसकी जानकारी बीजेपी विधायक शिकोहाबाद मुकेश वर्मा को हुई तो वह आग बबूला होते हुए अपने कार्यकर्ता को बचाने के लिए थाने पहुंच गए और पुलिस पर दबाब बनाने लगे।
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पुलिस ने विधायक को़ इस घटना से अवगत कराना चाहा लेकिन विधायक कार्यकर्ता को सही ठहराते हुए पुलिस पर दवाब बनाने के लिए थाने में ही धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। उनकी मांग थी कि तत्काल प्रभाव से चौकी इंचार्ज और थाना अध्यक्ष को निलंबित किया जाए लेकिन पुलिस के आला अधिकारी इस बात से सहमत नहीं हुए। उनका धरना आधी रात तक जारी रहा।
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क्या कहना है विधायक का?
बीजेपी विधायक डॉ. मुकेश वर्मा का कहना है कि पुलिस की मानसिकता 5 महीने पुरानी है। बीजेपी को बदनाम करने के लिये हमारे साथ अत्याचार जुल्म करते है। साथ ही अवैध खनन जुआ सट्टा आदि में यह लोग शामिल है। उन्होंने कहा कि जुआ हो रहा है, खनन हो रहा है और खुले आम मीट बिक रहा है। सपा के लोग पुलिस थाने में आते है उनको इज्जत दी जाती है और हमारे साथ जुल्म और अभद्र भाषा का प्रयोग होता है।
क्या कहा पुलिस ने?
पुलिस का कहना है कि यहां पर जनप्रतिनिधि और कुछ लोग बैठे है। मामले का संझान लिया गया है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।