UP: गोकशी रोकने गई पुलिस पर पथराव, गुस्साई भीड़ ने तीनों आरोपियों को छुड़ाया
मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर नगर कोतवाली में आज (27 जून) एक बार फिर गोकशी को लेकर हंगामा हुआ। दरअसल, पुलिस पर उस समय हमला हो गया, जब गोकशी की सूचना पर वह गो तस्करों को पकड़ने मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने गोकशी की सूचना पर तीन लोगों को पकड़ा था। पकड़े गए लोगों को छुड़ाने के लिए स्थानीय लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया।
इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर जमकर पथराव किया। पुलिस की गाड़ियां भी तोड़ दीं। मौके पर हालात तनावपूर्ण बना हुआ है। भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
क्या है मामला?
पुलिस को सूचना मिली कि मुजफ्फरनगर के खालापार इलाके में गोकशी हो रही है। इसके बाद पुलिस ने वहां छापा मारकर तीन युवकों को गिरफ्तार किया। इसके बाद गांव में जुटी भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिस पर पथराव हुए। इसमें पुलिस की गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। इसके बाद भीड़ ने आरोपियों को पुलिस के कब्जे से छुड़ा लिया। इलाके में भारी संख्या में पुलिस तैनात है।
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पुलिस की वही खामी फिर सामने आई
इस घटना के बाद एक बार फिर पुलिस की नाकामी सामने आई है। पहले भी इस तरह के कई मामले इलाके में हो चुके हैं। भले ही वो गांव शेरपुर का मामला हो या फिर मीरापुर का। आज फिर नगर कोतवाली क्षेत्र के इस मामले में पुलिस पर हमले में सबसे बड़ी खामी एक बार फिर सामने आई। पुलिस को जब सूचना मिली तो आखिर क्यों गिनती के पुलिसकर्मियों के साथ वह दबिश देने मौके पर पहुंची। जबकि पहले ही उच्च अधिकारियों के आदेश है कि गोकशी की सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचने चाहिए।
गिनती के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे
लेकिन आज फिर गिनती के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा। पुलिस पर भीड़ ने जमकर पथराव किया। पुलिस वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई है। यही नहीं पुलिस की हिरासत से तीनों युवकों को छुड़ा भी लिया गया। काफी देर तक हंगामा चलता रहा।
ये कहा एसपी ने
एसपी सिटी ओमवीर सिंह ने बताया कि 'पहले सूचना सुचना मिली थी कि गांव सुजडू में गायें काटी जा रही है लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। वहां से लौटते हुए खालापार मोहल्ले में एक जगह ताज़ा मांस कटा नज़र आया। साथ ही कुछ खाल भी पड़ी हुई थी। पुलिस वालों को शक हुआ कि शायद गोकशी हुई है। उन्होंने तीन लोगों को पकड़ा। लेकिन इसके ठीक बाद वहां आसपास के लोग इकठ्ठा हो गए। उन लोगों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव किया। तीनों आरोपी जिसे पुलिस ने पकड़ा था मौका देखकर वहां से फरार हो गए। मौका-ए-वारदात से सारी चीजें साफ कर दी गई थी। वहां से कुछ बरामद नहीं हुआ। लेकिन उस वक्त जब वहां पुलिस पहुंची थी तो उसे जो नज़र आया वह मुझे बताया था।