दाग धोने उतरे मोहन भागवत: RSS के दलित कार्यकर्ता के घर किया भोजन
ऊना में हुई दलितों की पिटाई और पूर्व बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह द्वारा बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किए जाने के बाद बीजेपी खुद को दलितों से जोड़ने का हरसंभव प्रयास कर रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि विपक्ष लगातार बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगा रहा है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने पांच दिन के आगरा प्रवास के अंतिम दिन (बुधवार) को एक दलित आरएसएस कार्यकर्ता चौधरी राजेंद्र सिंह के केशव कुंज जयपुर हाउस स्थित निवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं और संघ के पदाधिकारियों के साथ मुलाकत भी की। राजेंद्र आगरा में जूते बनाने का एक कारखाना चलाते हैं।
आगरा: ऊना में हुई दलितों की पिटाई और पूर्व बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह द्वारा बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किए जाने के बाद बीजेपी खुद को दलितों से जोड़ने का हरसंभव प्रयास कर रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि विपक्ष लगातार बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगा रहा है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने पांच दिन के आगरा प्रवास के अंतिम दिन (बुधवार) को एक दलित आरएसएस कार्यकर्ता चौधरी राजेंद्र सिंह के केशव कुंज जयपुर हाउस स्थित निवास पर पहुंचे। संघ प्रमुख मोहन भागवत लगभग 30 मिनट तक दलित कार्यकर्ता चौधरी राजेंद्र सिंह के यहां रुके। इस दौरान उन्होंने दलितों के साथ भोजन में चपाती और दाल खाई। राजेंद्र आगरा में जूते बनाने का एक कारखाना चलाते हैं।
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हालांकि इस पूरे कार्यक्रम में मोहन भागवत मीडिया से दूरी बनाते हुए दिखाई दिए। जिस कमरे में मोहन भागवत ने भोजन किया वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे। जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं और संघ के पदाधिकारियों के साथ मुलाकत भी की।
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चौधरी राजेंद्र सिंह ने बताया कि एक कार्यकर्ता के यहां भोजन करना संघ प्रचारको की दिनचर्या में शामिल है। इसमें कोई नई बात नहीं है। लेकिन अपने साथियो का परिचय दलित साथियो के रूप में कराने के सवाल पर चौधरी राजेंद्र सिंह झिझकते दिखाई पड़े। उन्होंने बताया कि संघ प्रमुख ने हमारे यहां भोजन कर पूरे परिवार को आशीर्वाद और बच्चो को प्यार दिया।
आगरा से दलितों को लुभाने में जुटे राजनीतिक दल
लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी ने दलित वोट बैंक पर सेंध मारी थी और यूपी में 80 में से 71 सीट बीजेपी को मिली थी। वहीँ बसपा को एक भी सीट नहीं मिली थी। बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी रविवार को लगभग 30 प्रतिशत से ज्यादा दलित आबादी वाले यूपी के आगरा जिले से ही यूपी विधानसभा चुनाव-2017 का चुनावी बिगुल फूंका था। नरेंद्र मोदी ने भी लोकसभा सभा चुनाव-2014 का विजयी शंखनाद आगरा से शुरू किया था। बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर ने भी आगरा से ही दलित आंदोलन का बिगुल फूंका था।