सीतापुर: पूरे देश में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान छिड़ा हुआ है। खुद यूपी के सीएम बेटियों को पढ़ाने के लिए लोगों से अपील करते नजर आते हैं, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर हैं। सीतापुर का ताजा मामला ये बताने के लिए काफी है। सीतापुर मुख्यालय से आठ किमी. दूर खैराबाद में कुछ दबंगों और मनचलों की वजह से एक छात्रा ने पिछले दो महीने से स्कूल जाना छोड़ दिया है। इस बारे में जब पीड़िता के पिता ने मनचलों के घरवालो से शिकायत की तो, उसके पिता को बेरहमी से जूतों और लातों से पीटा गया। पी़ड़िता जब परिवार के साथ थाने में उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने गई तो वहां दरोगा ने भी उन्हें धमकाया। मीडिया के दबाव के बाद कहीं जाकर दरोगा ने पांचों दबंगों के खिलाफ केस दर्ज किया, लेकिन गिरफ्तारी अभी किसी की नहीं हुई है।
क्या कहना है पीड़ित छात्रा का ?
पीड़ित छात्रा ने बताया कि जब वो स्कूल जाती थी, तो इलाक़े के दबंग रामबालक, राम सिंह, लालता और उसके दो साथी उसको परेशान करते थे। उस पर अश्लील कमेंट पास करते थे। कभी उसका हाथ पकड़ लेते थे तो कभी रास्ता रोककर खड़े हो जाते थे। आगे-पीछे चक्कर भी लगाते थे। इतना ही नहीं, कई बार दुप्पटा भी खींचा है। उनकी वजह से अब घर से निकलना काफी मुश्किल हो गया है। अब वोे इतना डर गई है कि उसने स्कूल जाना तक छोड़ दिया है।
अब तक नहीं हुई कोई कार्रवाई
- पीड़ित परिवार ने सीतापुर से लेकर लखनऊ के पुलिस अधिकारियों तक को लिखित शिकायत की है।
- अब तक दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
- पीड़ित छात्रा के पिता को दबंगों ने बेरहमी से पीटा है।
- पीड़िता मां के साथ कई बार थाने के चक्कर लगा चुकी है।
क्या कहना है पीड़िता की मां का ?
- पुलिस अधिकारियों के इस रवैये से हम काफी टूट चुके हैं।
- अब फैसला किया है कि लड़की को घर में ही पढ़ाएंगे।
-शिकायत करने पर थाने में मेरे साथ भी बदसलूकी की गई।
- दरोगा ने रिपोर्ट लिखने के बजाय मेरे साथ बदतमीजी की।
-दरोगा मनोज यादव ने हमें धमकाया।
- कहा, मैं 50 50 लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर दूंगा, लेकिन तुम ये समझ लेना की तुम्हें इसी समाज में ही रहना है।