Monkeypox को लेकर CM योगी सख़्त: सभी जिलों के कोविड़ अस्पताल में आरक्षित होंगे 10 बेड़
Monkeypox in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में अभी मंकीपॉक्स के एक भी मामले सामने नहीं आए हैं। लेकिन, प्रदेश की योगी सरकार इसको लेकर पूर्णतया सख़्ती से पेश आ रही है।
Monkeypox in Uttar Pradesh: देश में मंकीपॉक्स के मामले मिलने शुरू हो गए हैं। पहला केस केरल में मिला। जिसके बाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सख्त स्वास्थ्य स्क्रीनिंग सुनिश्चित करें। इससे देश में मंकीपॉक्स मामलों के आयात के जोखिम को कम कर सकते हैं।
उसके बाद से ही सभी राज्य सरकारें मंकीपॉक्स को लेकर एडवाइजरी जारी करने के लिए तैयारी कर चुकी हैं। इसी के मद्देनजर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि कोविड़ अस्पतालों में 10 बेड़ मंकीपॉक्स के मरीज़ों के लिये आरक्षित किये जाएं। साथ ही, इसके नमूनों की जांच केजीएमयू लैब में की जाएगी।
कोविड़ अस्पतालों में आरक्षित होंगे 10 बेड़
उत्तर प्रदेश में अभी मंकीपॉक्स के एक भी मामले सामने नहीं आए हैं। लेकिन, प्रदेश की योगी सरकार इसको लेकर पूर्णतया सख़्ती से पेश आ रही है। कोई भी हीलाहवाली बर्दाश्त करने के मूड में नहीं आ रही है। जिसके मद्देनजर, अस्पतालों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। लखनऊ के बलरामपुर, लोकबंधु, केजीएमयू सहित कई कोविड़ चिकित्सालयों में बेड़ आरक्षित किये जा रहे हैं।
पशु जनित बीमारी है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स दरअसल एक वायरल ज़ूनोटिक (पशु जनित) बीमारी है जिसमें चेचक के समान लक्षण आते हैं। मानव से मानव संचरण मुख्य रूप से बड़ी श्वसन ड्रॉपलेट्स के माध्यम से होने के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके लिए आमतौर पर लंबे समय तक करीब संपर्क की आवश्यकता होती है। इसके अलावा यह शरीर के तरल पदार्थ या घाव के जरिये सीधे संपर्क के माध्यम से भी फैल सकता है।